बाड़मेर. बाड़मेर के रहने वाले आरजेएस अधिकारी ने अपनी शादी में अनूठी पहल करते हुए दहेज लेने से मना कर दिया। उन्होंने सगुन के रूप में केवल सवा रुपए लिए तथा शादी के फेरे लिए। दूल्हा-दूल्हन ने सामाजिक बुराई को त्यागने का संदेश दिया।
जानकारी के मुताबिक बाड़मेर के युवा आरजेएस अधिकारी ने समाज के लिए एक उदाहरण पेश किया है। शहर के जटियों का नया वास निवासी आरजेएस विजय बाकोलिया पुत्र हेमराज बाकोलिया का विवाह भावना पुत्री घनश्याम नवल के साथ संपन्न हुआ है।
दहेज लेने से किया इनकार
दूल्हे ने दहेज जैसी पुरानी और कुप्रथा को नकारते हुए इसे समाज मे महिला पुरुषों की समानता के अधिकार के खिलाफ बताया। उन्होंने समाज सुधार की और कदम बढ़ते हुए अपनी शादी में दहेज का बहिष्कार किया तथा समाज के सभी लोगों से अपने बेटे बेटियों की शादी बिना दहेज करने का आग्रह किया।
सवा रुपए के साथ की शादी
आरजेएस की जीवन संगिनी बनी भावना बाकोलिया ने बताया कि उनकी शादी महज सवा रुपए व नारियल के साथ हुई। शादी में किसी भी प्रकार का कोई दहेज की मांग ससुराल पक्ष ने नहीं की। जब हमने देना चाहा तब मना कर दिया। मुझे खुशी है कि समाज में ऐसी प्रथाओं को नकारा जा रहा है।
सभी ने निर्णय को सराहा
पूर्व पार्षद मोहनलाल कुर्डिया ने बताया कि युवा आरजेएस विजय बाकोलिया का जो कदम है वह सराहनीय है। युवाओं के लिए प्रेरणादायक है।
जटिया रैगर विकास सभा के पूर्व अध्यक्ष ताराचंद जाटोल, पूर्व नगर परिषद आयुक्त तारांचद गोंसाई, धर्मेन्द्र फुलवारिया सहित समाज के अन्य लोगों ने पहल को सराहा।
Source: Barmer News