बालोतरा. समदड़ी सुरपुरा गांव में पिछले लम्बे समय से चल रहा पेयजल संकट खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। गर्मी का मौसम प्रारम्भ होने पर पानी की किल्लत ग्रामीणों की परेशानी अधिक बढ़ गई है। गांव में जगह जगह बने जीएलआर सूखे पड़े है।
मौखण्डी से सुरपुरा जाने वाली पानी की लाइन बार बार क्षतिग्रस्त होने से भी पानी सुरपुरा नहीं पहुंच रहा है। जलापूर्ति दौरान क्षतिग्रस्त पानी की लाइन से पानी व्यर्थ बहता है।
गांव में पिछले चार माह से लगातार जलसंकट चल रहा है। बीच में एक दो दिन आपूर्ति होने के बाद वापस स्थित पूर्व की भांति हो गई है।
जलापूर्ति सुचारू नहीं होने से ग्रामीणों के साथ पशुधन को परेशान होना पड़ रहा है। बार बार गांव की जलापर्ति बंद होने से परेशान ग्रामीणों ने कई बार विभागीय अधिकारियों को अवगत करवाया।
मगर समस्या का कोईस्थाई समाधान नहीं करने से ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। गांव में किसान रहने से पशुधन अधिक है। पानी के लिए पशु दिनभर खेली के इर्द गिर्द घूमते हैं, मगर पानी का आपूर्ति बन्द होने से इसके लिए वे दर दर की ठोकरंे खाते हैं। दिन भर खेली के आस पास पानी की आस में पशुओं के झुण्ड खड़े रहते है। निसं.
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गांव में बार बार जलापूर्ति बंद होने से चार माह से परेशान हैं। कई बार अधिकारियों को अवगत करवाया, लेकिन न सुनवाईन समाधान कर रह रहे हैं। मजबूरन आंदोलन करना पड़ेगा।
– चतराराम ग्रामीण
सुरपुरा गांव में लम्बे समय से जल संकट है। सभी जीएलआर व पशु खेलियां सूखी पड़ी है। ग्रामीणों के साथ पशुधन परेशान है। अधिकारी व जनप्रतिनधि ध्यान नहीं दे रहे है।
– वेलाराम, ग्रामीण
सुरपुरा के ग्रामीणों की मांग प्रतिदिन जलापूर्ति करने की है, जो सम्भव नहीं है। कुछ स्थानों पर अवैध कनेक्शन है। जिन्हें चिन्हित किया जाएगा। पानी की उपलब्धता के आधार पर आपूर्ति की जा रही है।
– सारथ सिंदोलिया, कनिष्ठ अभियन्ता
Source: Barmer News