बाड़मेर. होली पर बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि से जिले में जीरे व इसबगोल की फसल ने पकने से पहले ही रंग खो दिया है। गुड़ामालानी व धोरीमन्ना क्षेत्र में ओलावृष्टि ने ऐसी तबाही मचाई कि देखते ही देखते किसानों की उम्मीदों पर पानी फिर गया। प्रारंभिक सरकारी आकलन में करीब 35 करोड़ रुपए के नुकसान का आकलन है। असल नुकसान फसल की कीमत गिरने से है, किसानों की मानें तो अब भाव 40 प्रतिशत कम रहेंगे।
जिले में बीते नौ माह से लगातार हुए टिड्डी के हमलों से किसान उबरे ही नहीं थे कि होली के रंगों को इस बार ओलावृष्टि व बारिश ने फीका कर दिया। कृषि व राजस्व विभाग के प्रारंभिक सर्वे में गुड़ामालानी व धोरीमन्ना क्षेत्र में ओलावृष्टि से करीब 15 हजार हैक्टेयर में जीरे में नुकसान आंका गया है। बाड़मेर, शिव, गडरारोड़, बायतु व गिड़ा में बारिश से बड़ा नुकसान हुआ है, जिसका सर्वे हो रहा है।
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7 हजार हैक्टेयर में जीरा तबाह
गुड़ामालानी व धोरीमन्ना क्षेत्र के 10 पटवार मण्डल के 86 राजस्व गांव प्रभावित हैं। गुड़ामालानी क्षेत्र में 70 तो धोरीमन्ना में 40 प्रतिशत जीरे की फसल को नुकसान है। प्रारंभिक रिपोर्ट में विभाग जीरे का 7 हजार हैक्टेयर में खराबा मान रहा है। करीब 35 करोड़ का नुकसान हुआ है।
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जीरे की कीमत गिरना बड़ा नुकसान
जीरे की कीमत गिरना बड़ा नुकसान है। फसल की कीमत रंग खराब होने से चालीस प्रतिशत कम मिलेगी। इसका आकलन विभाग भी नहीं कर रहा है। किसानों के नुकसान को लेकर सरकार को सकल आकलन करना चाहिए।- स्वरूपसिंह ऊण्डू किसान
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जीरा-इसबगोल में बड़ा नुकसान
जीरा व इसबगोल में बड़ा नुकसान हुआ है। सेड़वा के बाद अब धोरीमन्ना- सिणधरी इलाके में हुई इस तबाही से किसान परेशान हुए हैं। सरकार किसानों की मदद करे।- रणवीरसिंह भादू
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किसान चिंतित, विभाग ले रहा आवेदन
अचानक बेमौसम हुई ओलावृष्टि के बाद किसान चिंतित नजर आ रहे हैं। बारिश से फसलों को भारी नुकसान हुआ है। खेतों में खड़ी फसल खराब हो गई है। हालांकि कृषि व राजस्व विभाग खेतों में हुए फसल खराबे का आकलन कर आवेदन ले रहा है। इससे किसानों को राहत मिलने की उम्मीद है।
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ओलावृष्टि से खराबा एक नजर
– 2 उपखण्ड क्षेत्र में हुई ओलावृष्टि
– 10 पटवार के 86 राजस्व गांव प्रभावित
– 15 हजार हैक्टेयर क्षेत्र प्रभावित
– 35 करोड़ रुपए का हुआ फसलों को नुकसान
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Source: Barmer News