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बालोतरा. मौसम में परिवर्तन व कोरोना रोग प्रकोप के भय से नगर व क्षेत्र के सरकारी, निजी चिकित्सालयों में उपचार के लिए मरीजों की भीड़ उमड़ रही है। नगर के राजकीय नाहटा चिकित्सालय में मरीजों की ओपीडी दो गुनी से अधिक बढ़ गई है।

चिकित्सालय व घरों पर सुबह-शाम मरीजों की उमड़ती भीड़ से चिकित्सक राहत को तरस गए हैं। कोराना रोग प्रकोप को लेकर चिकित्सक व आमजन अब पहले से अधिक सावधानी बरत रहे हैं। कोरोना रोग प्रकोप को लेकर नगर के चिकित्सालय प्रशासन ने आवश्यक व्यवस्थाएं की है।

सर्द-गर्म मौसम से शहर, क्षेत्र में मौसमी बीमारियों ने अपने पांव पसार लिए है। जुकाम, खांसी, बुखार, पैर, सिर, कमर दर्द आदि से ग्रस्त मरीज घर घर खाट पकड़े हुए हैं।

शहर, कस्बों व गांवों में लोगों को मौसमी बीमारियों के अपनी जकड़ में लेने से चिकित्सालयों में ओपीडी बढ़कर दुगूनी हो गई है। चिकित्सालय खुलने व चिकित्सकों के पहुंचने से पहले चिकित्सालय मरीजों से खचाखच भर जाता है। चिकित्सक कक्ष के आगे मरीज बारी के इंतजार में बैठे व खड़े नजर आती है।

लंबे इंतजार के बाद बारी आने पर उपचार करवाते हैं। कई बार तो घंटों इंतजार के बाद भी उपचार के लिए मरीजों की बारी नहीं आती है। इस पर वे चिकित्सकों के निवास पर पहुंचते हैं, लेकिन यहां पहले से ही मरीजों की भीड़ होती है।

कोरोना से बचाव को लेकर पहुंच रहे अस्पताल

चिकित्सालयों में ओपीडी बढऩे की एक वजह कोरोना को लेकर लोगों में भय होना भी है। सामान्य जुकाम, खांसी व हल्का बुखार होने पर मरीज अब अधिक सावधानी बरत रहे हैं।

बगैर देरी किए उपचार के लिए चिकित्सालय पहुंच रहे हैं। इससे शहर, क्षेत्र के सरकारी व निजी चिकित्सालयों की ओपीडी अधिक बढ़ गई है।

उमड़ रहे मरीज, ओपीडी हुई दोगुनी

– मौसमी बीमारियों के प्रकोप व कोरोना रोग प्रकोप पर नगर के राजकीय नाहटा चिकित्सालय में मरीजों की ओपीडी बढ़कर दोगुुनी हो गई है। सामान्य दिनों में चिकित्सालय में उपचार के लिए 450- 500 मरीज पहुंचते हैं। कई बार तो इससे भी कम मरीज पहुंचते हैं।

लेकिन अब स्थिति इससे उल्टा है। 13 मार्च को 1151, 14 को 981, 15 को 411, 16 को 1136, 17 को 1298, 18 मार्च को सुबह 11 बजे तक 364 मरीज उपचार के लिए पहुंचे।

कोरोना को लेकर सर्तक विभाग

– दुनियां व देश में कोरोना रोग प्रकोप को लेकर नगर के राजकीय नाहटा चिकित्सालय का प्रशासन अलर्ट पर है। इसके लिए 4 बेड का आईसोलेशन व 6 बेड का कोरेनटाईन वार्ड बनाया गया है। कोरना रोग से संदिग्ध व्यक्ति मिलने पर उसे कोरेनटाईन वार्ड में अलग से रखने का प्रावधान है।

अस्पताल में बढ़े हैं मरीज

मौसमी बीमारियों के प्रकोप के साथ कोराना के भय को लेकर उपचार के लिए मरीज अधिक पहुंच रहे हैं। उपचार व दवाइयों की व्यवस्था प्र्याप्त है। उपचार को लेकर पूरी सावधानी बरती जा रही है।

– डॉ. बलराजसिंह पंवार, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी बालोतरा

Source: Barmer News

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