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बाड़मेर. जिला मुख्यालय को बेआसरा पशुओं से मुक्त (कैटल फ्री) करने की बातें अब भी दूर की कौड़ी बनी हुई हैं। इस दिशा में दीपावली से पूर्व शुरू हुए प्रयास चार माह बीतने के बाद भी सिरे नहीं चढे़ हैं। शहर में यहां-वहां सब जगह बेआसरा पशु पहले की ही तरह घूम रहे हैं। ये आवागमन में बाधा के साथ ही जब-तब लोगों को चोटिल भी कर रहे हैं।

शहर में बेआसरा पशु बड़ी समस्या हैं। नगर परिषद की हर बैठक में पार्षद मुद्दो उठाते हैं। विधायक मेवाराम जैन ने विधानसभा चुनाव में इसे मुद्दा बनाया था। निर्वाचन के बाद इस दिशा में उन्होंने प्रयास किए और नंदी गोशाला की शुरूआत हुई।

बडे जोशो-खरोश से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से इसका उद्घाटन करवाया गया पर समस्या का पूर्णत: समाधान नहीं हुआ। बेआसरा पशु शहर में विभिन्न स्थानों पर वैसे ही विचरण कर रहे हैं। हालांकि नगर परिषद का दावा है कि अभियान चल रहा है, जल्द शहर आवारा पशु मुक्त होगा।

नगर परिषद की विशेष बैठकनंदी गोशाला के संचालन के लिए नगर परिषद से अनुदान के वास्ते विशेष बैठक हुई। उसमें नंदी गोशाला व नगर परिषद के बीच सहमति करार (एमओयू) पर भी चर्चा हुई।

तत्कालीन आयुक्त के इस संबंध में स्वायत्त शासन निदेशालय से मार्ग दर्शन प्राप्त कर आगामी कार्यवाही का कहने पर बवाल हुआ और उन्हें एपीओ तक करवा दिया गया। कांग्रेस व भाजपा दोनों दलों ने इसे राजनीतिक मुद्दा बनाया गया और आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला।

मुख्यमंत्री ने किया था उद्घाटन

कुशल वाटिका के समीप नंदी गोशाला का मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से उद्घाटन करवाया गया। मुख्यमंत्री ने भी शहर को बेआसरा पशुओं से मुक्ति के प्रयासों की सराहना की। नंदी गोशाला के लिए आर्थिक संसाधन जुटाने के वास्ते यहां गो कथा का भी आयोजन करवाया गया। इससे भी नंदी गोशाला से जनजुड़ाव बढ़ा।

यहां अब भी रहता है पशुओं का जमघट

– शहीद सर्कल।

-सिणधरी रोड।

-कृ षि उपज मंडी के आस-पास।

– चौहटन सर्कल।

– स्टेशन रोड मुख्य बाजार।

-गांधी चौक।

-जिला अस्पताल व कलक्ट्रेट के आस-पास।

– आरओबी से उतरते ही आदर्श स्टेडियम के सामने।

– मुख्य बस स्टैंड के आस-पास।

-शहर की भीतरी गलियां

फैक्ट फाइल

शहर में वार्ड – 55

शहर में गोशालाएं – 04
नंदी गोशाला का उद्घाटन – 30 अगस्त 2019

नंदी गोशाला को आवंटित भूमि – 50 बीघा
नंदी गोशाला को कुल अनुदान – 90 लाख

नंदी गोशाला की क्षमता – 3000 पशु

शहर की अन्य गोशालाओं की क्षमता – 2500 पशु

गोशालाएं उदासीन, कांजी हाउस बंद

जिला मुख्यालय पर नंदी गोशाला की शुरुआत के बाद नगर परिषद ने कांजी हाउस बंद कर दिया है। नगर परिषद ने दीपावली से पूर्व बेआसरा पशुओं की धर- पकड़ के लिए विशेष अभियान भी चलाया। उसके बाद सभी पक्ष उदासीन हो गए।

जनसहयोग से चलने वाली शहर की विभिन्न गोशालाओं की क्षमता भी अब चूकने लगी है। वे भी नए गोवंश के लिए आनाकानी करती हैं। लोग उनकी मांगी गई दान राशि देकर भी पशुधन गोशाला में देना चाहते हैं पर अधिकांश गोशालाएं इसके लिए स्पष्ट मना कर रही हैं।

– टीनशैड निर्माण चल रहा था, जल्द शहर आवारा पशु मुक्त होगा

नंदी गोशाला शुरू होने के बाद कार्य तेजी से चल रहा है। 1400 पशु अभी गोशाला में है। टीनशैड का निर्माण चल रहा था। नगर परिषद लगातार अभियान चलाकर पशुओं को पकड़ रही है। इसके लिए एक विशेष टीम भी बनाई गई है। अब जल्द ही शहर आवारा पशु मुक्त होगा। उम्मीद है एक सप्ताह में पूरे पशु पकड़ लेंगे।

– दिलीप माली, सभापति, नगर परिषद, बाड़मेर

Source: Barmer News

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