वीडियो : जेके भाटी/जोधपुर. कोरोनावायरस के विरुद्ध विश्व भर में जारी इस जंग में हर कोई अपनी ओर से सहायता कर इंसानियत का परिचय देता हुआ नजर आ रहा है। जहां कोई सहायता राशि प्रदान भेंट कर रहा है तो कोई जरूरतमंदों को खाना वितरित कर मसीहा प्रतीत हो रहा है। वहीं कई लोग घर बैठकर मास्क आदि आवश्यक वस्तुओं को बना कर इस मुश्किल की घड़ी में हौसला प्रदान कर रहे हैं। ऐसा ही एक उदाहरण है अनमोल सुथार। यह स्कूली बालिका लॉकडाउन की इस स्थिति में घर में बैठकर मास्क बना रही है। यह मास्क आमजन को वितरित किया जा रहा है। यह मास्क तीन तरीकों से बांधा जा सकता है।
आरपीएफ के जवानों ने बांटा भोजन
कोरोना वायरस के चलते रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) की ओर से जरुरतमंद लोगों को खाना खिलाया गया। जरुरतमंद लोगों के लिए खाने की व्यवस्था आरपीएफ की ओर से ही की गई। इस कार्यक्रम में आरपीएफ के सुनिलकुमार, वीके जांगड़े, कृपालसिंह का मार्गदर्शन रहा।
मास्क और डे्रस बनाई
वहीं रेल्वे वर्कशॉप जोधपुर कर्मचारियों व उनके परिवार द्वारा एक हज़ार मास्क के साथ ऑपरेशन थिएटर, एप्रिन और नर्सिंग स्टाफ की ड्रेस बनाकर रेल्वे हॉस्पिटल को प्रदान की गई। डब्ल्यूएचओ मानक से ढाई सौ लीटर हेंड सेनेटाइजर वर्कशॉप में बनाकर रेलवे हॉस्पिटल व आपातकाल ड्यूटी कर रहे कर्मचारियों को वितरित किया गया। मुख्य कारखाना प्रबंधक अखिलेश कुमार के मार्गदर्शन व उप मुख्य इंजीनियर ललित शर्मा के निर्देशन में वर्कशॉप के कर्मचारियों द्वारा आपात स्थिति से निपटने के लिए स्ट्रेचर, हॉस्पिटल ट्रॉली, स्टरलाइज ड्रम और अन्य अवश्यक सामान का निर्माण शुरू कर दिया गया है।
जरुरतमंदों को भोजन और चाय का वितरण
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए घोषित लॉकडाउन में जरूरतमंदों को भोजन वितरण के लिए प्रशासन व कई संस्थाए जुटी हुई। जैन संस्कार मंच की ओर से गुरुवार को लगातार चौथे भी चाय व भोजन का वितरण किया गया। मंच के संस्थापक सदस्य कमलेश मेहता ने बताया कि शहर के विभिन्न स्थानों पर भोजन वितरित किया गया। मंच अध्यक्ष नरेश बागरेचा ने बताया कि प्रतिदिन प्रात: चाय-बिस्किट का वितरण किया जा रहा है। मंच के सदस्य स्वयं भोजन तैयार कर वितरित कर रहे हैं। मंच के इस कार्य में महावीर जैन सांस्कृतिक कलामंच सहित कई संस्थाओं तथा भामाशाहों का सहयोग मिल रहा है।
जरूरतमंद लोगों को भोजन सामग्री वितरित
हेल्प ग्रुप के सामाजिक कार्यकताओं ने कस्बे में कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते लॉक डाउन में जरूरतमंद लोगों को भोजन सामग्री पहुंचाई है। सामाजिक कार्यकर्ता दिन रात लोगों को सेवा में जुटे हैं। मथानिया के युवा पवन कच्छवाह, युवा उद्यमी संजय परिहार के नेतृत्व में सामाजिक कार्यकर्ताओं व मौजीज लोगों ने दैनिक मजदूरी करने वाले गरीब और जरूरतमंद लोगों को भोजन सामग्री वितरण के लिए मथानिया हैल्प ग्रुप का गठन किया। इस ग्रुप के सदस्यों ने कस्बे के आबानाडा, मुकनर जाव पर गरीब, जरूरतमंद परिवारों को चिन्हित किया। ऐसे चिन्हित परिवार के सदस्य को खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने के लिए कार्यकर्ताओं की 7-8 टीमों ने लोगों को आटा, दाल, तेल, सब्जी, दूध, चाय के पैकेट दिए गए। मथानिया पुलिस अधिकारियों की टीम ने भी वर्धमान नगर के गरीब लोगों को खाद्य सामग्री व भोजन वितरित कि या।
सैनाचार्य ने दी एक लाख की सहायता
वैश्विक महामारी कोरोना के कारण देश भर में लॉकडाउन के चलते गरीब, जरूरतमंद लोगों का भरण पोषण करना मुश्किल हो रहा है। ऐसी परिस्थिति में गुरुवार को सैनाचार्य स्वामी अचलानंद गिरि ने भी पहल करते हुए मुख्यमंत्री कोविड-19 सहायता कोष में एक लाख रुपए का सहयोग दिया। एक लाख रुपए का चेक सैनाचार्य ने संभागीय आयुक्त बीएल कोठारी को सौंपा। इस मौके रघुवीर सिंह भदावत, धर्मीचंद सोलीवाल, नरेंद्र पंवार, श्याम बाबू, रमेश आदि मौजूद थे। इस दौरान सैनाचार्य ने 14 अप्रैल तक प्रतिदिन जरूरतमंदों की सेवार्थ 500 भोजन के पैकेट देने की घोषणा की। यह पैकेट प्रतिदिन राईकाबाग स्थित जुगल जोड़ी बाबा रामदेव मंदिर से जिला रसद विभाग को वितरण के लिए सुपुर्द किए जाएंगे।
सहायता राशि का चेक दिया
मुख्यमंत्री सहायता कोष कोरोना के शहर के व्यापारी व जी.एस गु्रप के गोपीकिशन मालाणी ने 11 लाख रुपए का चेक दिया। जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित को यह चेक सौंपा गया। शहर से लगातार समाजसेवी मदद के लिए आगे आ रहे हैं।
कोविड-19 राहत कोष में मिल रहा सहयोग
मुख्यमंत्री सहायता कोष कोविड-19 राहत कोष में आर्थिक सहयोग देने का सिलसिला जारी है। प्रांतीय नल मजदूर यूनियन इंटक के सदस्यों ने एक दिन का वेतन देने का निर्णय किया है। यूनियन ने कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए सरकार के हर निर्णय का समर्थन करने की घोषणा की है। भामाशाह ठेकेदार बंशीलाल बागड़वा मतोड़ा ने मुख्यमंत्री राहत कोष में एक लाख 11 हजार 111 रुपए का चेक एडीएम मदनलाल नेहरा के माध्यम से दिया। राजस्थान शारीरिक शिक्षा शिक्षक संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेन्द्र परिहार ने बताया कि गुरुवार को राजकीय महिला बाग उमावि में संघ की जिला शाखा की बैठक अध्यक्ष अरविन्द गहलोत व सचिव राजेन्द्रङ्क्षसह चौहान के सान्निध्य में हुई। बैठक में प्रदेश कार्यकारिणी के निर्णयानुसार संघ से सभी शारीरिक शिक्षक कम से कम एक दिन व इससे अधिक स्वेच्छा से राशि कटवाने के लिए लिखित स्वीकृति देने का प्रस्ताव पारित किया गया। राजस्थान आयुर्वेद विभागीय चिकित्सक संघ की जिला शाखा अध्यक्ष डॉ.़ मनोहरसिंह राठौड़ व महासचिव डॉ. महेन्द्र कच्छवाह ने बताया कि संघ के प्रत्येक चिकित्साधिकारी एक दिन का वेतन राहत कोष में जमा करवाएंगे।
चार दिन का वेतन देंगे
जनता जल नलकूप यूनियन की ओर से चार दिन का वेतन देने का निर्णय किया है। संभाग अध्यक्ष सहीराम विश्नोई भेड़ ने बताया कि संभाग यूनियन के सदस्यों ने 4 दिन का वेतन राहत कोष में जमा कराने का निर्णय किया है।
ब्लड बैंकों में कमी के चलते 25 ने किया रक्तदान
ब्लड बैंक में रक्त की कमी को देखते हुए लाल बूंद जिंदगी रक्षक सेवा संस्थान के 25 रक्तवीरों ने गुरुवार को ब्लड बैंकों में रक्तदान किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष रजत गौड़ व आपातकाल टीम प्रभारी मुकेश शर्मा ने बताया कि लॉकडाउन के चलते ब्लड बैंक में रक्त की कमी हो गई है। थेलेसिमिया पीडि़त बच्चों, महिलाओं के डिलेवरी केस, सर्जरी जैसे केस प्रभावित होने लगे हैं। ऐसे में संस्थान ने स्वास्थ्य विभाग की एडवाइजरी को ध्यान में रखकर में 3-3 रक्तदाताओं को भेज कर रक्तदान करवाया। इनमे मृनल व्यास, मोहित व्यास व आलोक, पूनम व अन्य ने रोटरी ब्लड बैंक, भरत मालवीय, मुरली मालवीय, जितेन्द्र सिंह, दुर्गादास मालवीय, खेमसिंह चारण व अन्य रक्तदाताओं ने उम्मेद अस्पताल, दीपक सारस्वत, नवीन व अन्य ने महात्मा गांधी अस्पताल में रक्तदान किया। मरीज खिंवसिंह को प्लेटलेट्स की जरूरत पडऩे पर खांडा फलसा थानाधिकारी ईश्वर पारीक व उदयमंदिर थानाधिकारी प्रदीप शर्मा ने आपातकालीन डोनर को ब्लड बैंक तक पहुंचाने में मदद की। राष्ट्रीय सचिव रवि तिवाड़ी ने बताया कि इस समय शहरवासी आगे आए और रक्तदान करें। इसके लिए ब्लड बैंकों की एंबुलेंस की व्यवस्था भी कर दी गई। इसमें रक्तदाताओं को ब्लड बैंक तक आने व जाने की व्यवस्था रहेगी।
Source: Jodhpur