बालोतरा/जसोल. सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से वर्षों पूर्व जसोल फांटा से तीर्थ नाकोड़ा तक बनी फोरलेन सड़क मरम्मत के अभाव में अब बिखर गई है।
इससे यहां अब बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। साथ ही यहां पसरी कंकरीट के चलते आए दिन वाहन चालक हादसे का शिकार हो रहे हैं। वहीं उड़ते धूल के गुबार से लोगों का आवागमन मुश्किल हो गया है। कई वर्षों से खस्ताहाल सड़क के चलते ग्रामीण व श्रद्धालु राहत को तरस गए हैं।
कस्बे जसोल, इससे जुड़े एक दर्जन गांवों के ग्रामीणों, माता राणी-भटियाणी, रूपादे का पालिया व जैन तीर्थ नाकोड़ा के श्रद्धालुओं को आवागमन में सुविधा को लेकर करीब एक दशक पहले सार्वजनिक निर्माण विभाग ने जसोल फांटा से नाकोड़ा तीर्थ तक फोरलेन सड़क निर्माण करवाया था।
इससे कई वर्षों तक जसोल, इससे जुड़े गांवों के ग्रामीणों, तीर्थों के श्रद्धालुओं को आवागमन में सुविधा मिली। लेकिन पिछले कई वर्षों से मार्ग के खस्ताहाल होने से इन्हें हर दिन बड़ी परेशानी उठानी पड़ती है।
खस्ताहाल मार्ग, हजारों ग्रामीण परेशान
सड़क निर्माण के बाद एक बार भी मरम्मत नहीं करवाने से अब यह कई जगह से क्षतिग्रस्त हो गई है। सुबह से देर रात तक हजारों वाहनों की आवाजाही, गत वर्षों में हुई अतिवृष्टि से इसमें कई जगह बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। वहीं कई जगह तो 15 से 20 फीट चौड़ाई में मार्ग का नामोनिशान तक मिट गया है। बिखरी कंकरीट से वाहन रपटते हैं, तो वाहनों की अधिक आवाजाही से पूरे दिन धूल के गुबार उड़ते हैं।
हो पुनर्निर्माण
जसोल फांटा- नाकोड़ा तीर्थ फोरलेन मार्ग बदहाली पर आंसू बहा रहा है। जगह-जगह बने गड्ढे, बिखरी कंकरीट से हर दिन आवागमन में परेशानी उठानी पड़ती है। वाहन रपटने से चोटिल होते हैं। सरकार मार्ग का पुन: निर्माण करवाएं।
देवराज भंसाली
खस्ताहाल सड़क
फोरलेन मार्ग की हालत खस्ताहाल है। सुबह से देर रात तक हजारों वाहन गुजरने पर हर समय रेत के गुबार उड़ते हैं। रेत के आंखों में गिरने व मुंह में जाने पर अधिक परेशानी उठानी पड़ती है। विभाग मार्ग की शीघ्र मरम्मत करवाएं।
महावीर मेहता
Source: Barmer News