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बाड़मेर . लॉक डाउन के कारण घरों में कैद जरूरतमंद परिवारों को घर पहुंच कर एक व्याख्याता राशन सामग्री पहुंचा रहा है। खुद के साथ अन्य लोगों के सहयोग से उसने किट तैयार किए हैं और ड्यूटी पर जाते वक्त मोटरसाइकिल के पीछे रख लेता है। रास्ते में जिस भी जरूरतमंद परिवार की जानकारी मिलती है, उसके घर जाकर यह किट देते हुए घरों में ही रहना की सीख देता है। गुड़ामालानी के मंगले की बेरी में कार्यरत व्याख्याता धन्नाराम भदरू कस्बे से प्रतिदिन स्कूल जाता है, क्योंकि वहां उसकी कोरोना वॉरियर्स के रूप में ड्यूटी है। इस दौरान वह अपने साथ खाद्य सामग्री के किट भी रखता है। इन किट को वह आसपास के आठ-दस गांवों में करीब छह सौ परिवारों में बांट चुका है और अभी भी उसकी मोटरसाइकिल पर किट होते हैं, जिसे जरूरतमंद को देता है। उनकी पत्नी गुड़ामालानी में पुलिस विभाग में है। दो बच्चों को दादी संभालती है। परिवार शाम को जब एकत्रित होता है तो किट बनाते हैं और सुबह धन्नाराम लेकर रवाना होता है।
भदरू राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक है। उन्होंने एक भजन भी तैयार किया है, जिसमें कोरोना से बचने की अपील की गई है।

कोरोना की लड़ाई में बाड़मेर के कर्मवीर, कोई एमपी तो कोई जोधपुर
चौहटन. कोरोना की लड़ाई में बाड़मेर जिले के युवा देश के कई शहरों में अग्रिम पंक्ति खड़े नजर आ रहे हैं। जिले के बायतु भोप जी के दमा राम पंवार व इन्द्रा नगर बाड़मेर के भवानी दान एम्प भोपाल में सेवाएं दे रहे हैं। दोनों वहां नर्सिंग ऑफिसर के पद पर कार्यरत हैं। उपरला निवासी भजनलाल विश्नोई एम्स जोधपुर में कोरोना यूनिट में अपने कर्तव्य को निभा रहे हैं। वहीं, हनुमान विश्नोई ने कितनोरिया में जिले का पहला पॉजिटिव केस मिलने के बाद लगातार वहां सेवा दे रहे हैं। वे धोरीमन्ना में कार्यरत है।

Source: Barmer News

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