बालोतरा. पचपदरा के निकटवर्ती सांभरा गांव में निर्माणाधीन देश के सबसे बड़े प्रोजेक्ट राजस्थान रिफाइनरी में एक माह बाद सोमवार को चहल-पहल शुरु हुई। कोरोना वायरस प्रकोप के चलते 21 मार्च से रिफाइनरी में सभी प्रकार के निर्माण कार्य बंद थे।
सोमवार से प्रदेश में मॉडिफाइड लॉक डाउन लागू होने व इसमें औद्योगिक परियोजनाओं के निर्माण को अनुमत किए जाने के बाद यहां पर एचपीसीएल व इआइएल के अधिकारियों के अलावा विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधियों की आवाजाही देखी गई।
विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधियों ने एचपीसीएल व इआइएल के अधिकारियों से केन्द्र व राज्य सरकार की ओर से गाइड लाइन में दिए निर्देशों को लेकर चर्चा की तथा निर्देशों की पालना को लेकर बनाए प्लान का विस्तृत रूप से अध्ययन किया।
पास के लिए लगी रही आवाजाही-
राज्य सरकार ने मॉडिफाइड लॉक डाउन में औद्योगिक परियोजना में कार्य करने वाले व्यक्तियों व वाहनों के लिए पास जारी करने के लिए जिला प्रशासन को निर्देश दिए थे।
जिला कलक्टर ने रिफाइनरी कार्य से जुड़े लोगों व वाहनों के पास जारी करने के लिए बालोतरा उपखंड अधिकारी को अधिकृत किया था। इस पर सोमवार को बालोतरा उपखंड कार्यालय में विभिन्न कंपनियों के लोगों की पास के लिए आवाजाही नजर आई।
श्रमिकों का अभी इंतजार-
पचपदरा रिफाइनरी में कार्य करने वाली कई कंपनियों व ठेकेदारों ने लॉक डाउन लागू होने के बाद श्रमिकों को कार्य व केंपों से खुद के हाल पर निकाल दिया।
इस पर श्रमिक जैसे-तैसे करके खुद के गांव में चले गए थे। हालांकि कई कंपनियों के केंपों में श्रमिक अभी भी ठहरे हुए तो है। रिफाइनरी में श्रमिकों के पास बनने व थर्मल स्क्रीनिंग शुरु नहीं होने से उनको अभी काम पर नहीं बुलाया नहीं गया है।
Source: Barmer News