एक ही परिवार के पांच सदस्य कोरोना कर्मवीर बन डटे मैदान में
जोधपुर. शहर का एक परिवार ऐसा भी है जिनके परिवार का एक नहीं दो नहीं पूरे पांच सदस्य इन दिनों कोरोना कर्मवीर बनकर अपनी सेवाएं दे रहे है। जोधपुर जिले के पीपाड़ शहर तहसील के आमलिवास (खेड़ी सालवा) निवासी सोहनलाल विश्नोई खेड़ी सालवा में अध्यापक है। इन दिनों बीएलओ बनकर घर-घर सर्वे कर रहे है कि कोई बीमार तो नहीं है। उनकी पुत्री गुड्डी विश्नोई एएनएम है। जो इन दिनों उदयमंदिर थाना क्षेत्र में सर्वे टीम के साथ काम कर रही है। जो शहर के सारण नगर बनाड रोड क्षेत्र में रहती है। बेटा सुनील विश्नोई जोधपुर नगर निगम के अग्निशमन में नागौरी गेट में फायरमैन लगा हुआ है। जो टीम के साथ कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने वाले मोहल्लों में जाकर हाइडो क्लोराइड का छिड़काव के काम में लगे हुए है। उनकी पुत्रवधु एएनएम विमला विश्नोई पत्नी अनिल विश्रोई कुड़ी हाउसिंग बोर्ड क्षेत्र में घर-घर जाकर सर्वे के कार्य में जुटी है। तथा पुत्र अनिल विश्नोई भारतीय सेना में पश्चिम बंगाल क्षेत्र में सेवाएं दे रहे है।
योग व आसन से सिखा रहे सर्वसमर्थ रहने की कला
लॉकडाउन के करीब 40 दिनों में लोग अपने घरों में कैद होकर रह गए हैं। ऐसे में कुछ लोग लॉकडाउन पीरियड को कैद नहीं मानकर क्रिएटिव एक्टिविटी कर समय का सदुपयोग कर रहे हैं। योग प्रशिक्षक व राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी हापूराम चौधरी इन दिनों नित्य योगाभ्यास-व्यायाम के माध्यम से लोगों को स्वस्थ रहने का संदेश दे रहे हैं। सोशल मीडिया से कर रहे जागरुक लॉकडाउन के दौरान चौधरी अपने घर पर बच्चों को योगाभ्यास करवा रहे हैं। साथ ही, सोशल मीडिया पर लाइव आकर व इन क्रियाओं का व्हाट्सअप, यू ट्यूब आदि सोशल प्लेटफार्म पर वीडियो अपलोड कर आमजन से योगा करने की अपील कर रहे हैं ताकि आमजन शारीरिक मानसिक रूप से स्वस्थ रह सके।
ऑनलाइन कर रहे एक्सरसाइज
लॉकडाउन के दौरान 2 अप्रेल से चेतनसा जिम्नास्टिक प्रशिक्षण केंद्र के खिलाड़ी प्रतिदिन नियमित रूप से प्रशिक्षक नरेश सिंह चौहान के मार्गदर्शन में एक्सरसाइज कर रहे है, जिससे उनकी बॉडी फि ट रहे। सोमवार से शनिवार तक टुडेज वर्कआउट में की गई एक्सरसाइज को सम्मिलित करते हुए रविवार को संडे वर्कआउट किया जाता है। प्रशिक्षक के निर्देशन में खिलाड़ी रोजाना 7 से 8 बजे तक उत्साह से होम वर्क आउट कर रहे है।
चेन्नई लॉकडाउन में फंसा तो सामाजिक संगठन के साथ जुड़ कर रहा जरुरतमंदों की सेवा
चेन्नई में माता-पिता से मिलने के लिए 17 मार्च को गया था। लॉकडाउन लागू होने पर फ्लाइट बंद हो गई। तो हेल्प फोर कोविड-19 तमिलनाडू-पांडिचेरी ग्रुप से जुड़ा। ग्रुप के टॉल फ्री नम्बर पर मदद की कॉल आने पर जरुरतमंद के पास जाते ओर उसकी मदद करते। ग्रुप से जुड़े सदस्यों के साथ टोल फ्री नम्बर पर कॉल करने वाले लोगों की सहायता में निकल जाते। समय मिलने पर पिता मद्रास हाईकोर्ट जज डॉ. विनित कोठारी के साथ बेडमिंटन खेलता हूं तो रसोई में मम्मी मीना कोठारी से साउड इंडियन डिस बनाना भी सीख लिया। अभी तक इडली बनाना, मीर डोसा सहित कई डिस बनाना सीख लिया है। कुल मिलाकर लॉकडाउन में मिले समय का जरुरतमंदों की सेवा में खर्च कर रहा हूं।
– अधिवक्ता मेहुल कोठारी, सरदारपुरा जोधपुर
लॉकडाउन में परिवार के साथ बीत रहे दिन
लॉकडाउन के कारण इन दिनों परिवार को ज्यादा समय दे रहा हूं। सुबह के दो घंटे तो व्यायाम करने में निकल जाते है। उसके बाद बिजनेस को लेकर वीडियो कॉलिंग के जरिए कुछ समय बातचीत हो जाती है। खाना खाने के बाद टीवी पर परिवार के साथ मनपसंद फिल्म देख लेते है। बेटी सुरभि ने लंदन से एमबीए किया है तो बेटा सिद्धार्थ सिंघवी अभी 11वीं में पढ़ रहा है। शाम को डिनर के बाद छत पर पत्नी सुनीता सिंघवी के साथ कुछ समय वॉक कर लेते है। लॉकडाउन में मां विमलादेवी व पिता उम्मेदमल सिंघवी की सेवा करना का भी मौका मिल गया।
– विनोद सिंघवी, होटल व्यवसायी व शेयर ब्रोकर
Source: Jodhpur