बाड़मेर. बाड़मेर में कोरोना पॉजिटिव केस लगातार सामने आने से चिकित्सा विभाग की चिंता बढ़ रही है। विभाग के कार्मिक लगातार फील्ड में जुटे हुए हैं। चिकित्सा विभाग भी अब बाहर से आने वालों पर फोकस कर रहा है। बाड़मेर में कोरोना का पहला पहला केस जयपुर से यहां आया एक व्यक्ति था। इसी तरह बाद के अन्य केस भी देश के अलग-अलग क्षेत्रों से अपने घरों के लौटे व्यक्तियों के ही हैं। जो अपने काम से बाहर रहे या फिर बीमारी के कारण अन्यत्र गए और लौटे तब जांच में संक्रमित मिले। ऐसे में चिकित्सा विभाग अब बाहर से आए लोगों के नमूनों की जांच पर फोकस कर रहा है।
कोरोना का संक्रमण देखा जाए तो पिछले दस दिनों में बाड़मेर में बढ़ा है। इससे पहले तक एकमात्र पॉजिटिव केस था, जो करीब एक महीने पहले 8 अप्रेल को कितनोरिया गांव में मिला था। इसके बाद कोई केस नहीं मिलने पर विभाग को भी राहत थी। लेकिन बाहर से लौट रहे प्रवासियों और श्रमिकों में कोरोना मिलने पर विभाग की चिंता अब बढ़ चुकी है। इसलिए अब होम व संस्थागत क्वॉरंटीन रहने वाले लोगों व संपर्क में आने वालों के नमूनों की जांच की जा रही हैं।
अब तक 15 हजार क्वॉरंटीन
चिकित्सा विभाग की मानें तो जिले में बाहर से आने वाले करीब 15 हजार प्रवासी व श्रमिक होम व संस्थागत क्वॉरंटीन हैं। इनके सैम्पल अब रेंडमली लिए जा रहे हैं। पॉजिटिव क्षेत्र से आने वालों पर विशेष फोकस किया जा रहा है, जिससे उसकी जांच हो तो बीमारी का पता चल सके और इलाज हो जाए। साथ ही उसे अलग कर अन्य लोगों को चपेट में आने से बचाया जा सके।
9 फीसदी के अब तक ले चुके नमूने
चिकित्सा विभाग का दावा है कि क्वॉरंटीन में रहने वाले 15 हजार में से 1100 की सैम्पलिंग 12 मई तक कर ली गई। इसके कारण सैम्पलिंग की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है। कभी दो नमूने होते थे जो बढ़कर अब एक दिन में 200 से भी अधिक हो रहे हैं। नमूने भी रेंडमली लिए जा रहे हैं।
सैम्पलिंग ज्यादा होगी तो बीमारी आ जाएगी सामने
विभाग का कहना है कि सैम्पलिंग बढ़ाई गई है। इससे जल्द पता चल पाएगा कि कोई कोरोना संक्रमित तो नहीं हैं। इसलिए दायरा भी बढ़ाया गया है। खासकर ग्रामीण क्षेत्र शामिल किए गए हैं। वहीं बाहर से लौटने वालों की सैम्पलिंग की जाएगी।
1100 से ज्यादा नमूने अब तक लिए
जिले में 15 हजार लोग होम व संस्थागत क्वॉरंटीन है। इनमें से विभाग ने अब तक 1100 लोगों के नमूने लेकर जांच करवाई है। रेंडमली लिए जा रहे नमूनों की प्रक्रिया बाहर से आए प्रवासियों व श्रमिकों में जारी रहेगी। जिससे कोई संक्रमित होगा तो जांच में पता चल जाएगा और संक्रमण को बढऩे से रोकने में मदद मिलेगी।
डॉ. कमलेश चौधरी, सीएमएचओ बाड़मेर
Source: Barmer News