जोधपुर. सरदारपुरा बी रोड पर आभूषण की दुकान पर सोने-चांदी के आभूषण व रुपए लूटने के दौरान ज्वैलर ने एक आरोपी को पहचान लिया था, लेकिन वृद्ध ज्वैलर ने पुलिस को उसके बारे में जानकारी तक नहीं दी थी। वारदात स्थल से बासनी और विवेक विहार तक पचास से अधिक सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगालकर पुलिस ने लुटेरों की पहचान कर ली थी और रविवार को दबिश देकर पकड़ लिया था।
व्हॉट्सएप पर ज्वैलर व लूट के आरोपी में होती थी चैट
पुलिस का कहना है कि पुत्र व पुत्रवधू के मुम्बई में रहने से वो अकेले ही घर में रहते हैं। आरोपी राजूराम ने लॉक डाउन से पूर्व मॉडर्न ज्वैलर से सोने की एक अंगूठी खरीदी थी। वृद्ध ज्वैलर कमल सोनी से जान पहचान हो गई थी। फिर दोनों में व्हॉट्सएप पर चैटिंग होने लगी थी। आरोपी फोटो-वीडियो वृद्ध ज्वैलर को भेजता था। वृद्ध के दुकान पर अकेले रहने व तिजोरी में बड़ी संख्या में जेवर होने की उम्मीद में राजूराम ने फैंसी स्टोर संचालक महेश के साथ लूट की साजिश रची थी। महिपाल को वारदात में शामिल किया था। थानाधिकारी लिखमाराम का कहना है कि गत ११ जून की सुबह लूट के दौरान ज्वैलर ने राजू को पहचान लिया था, लेकिन उन्होंने बताया नहीं था। वरना लुटेरे और जल्द पकड़ में आ जाते।
तीनों आरोपी रिमाण्ड पर, शत-प्रतिशत बरामदगी
प्रकरण में गिरफ्तार बालेसर थानान्तर्गत बेलवा निवासी राजूराम उर्फ राजू, जाजीवाल बिश्नोइयान निवासी महिपाल बिश्नोई और कांकेलाव निवासी महेश वैष्णव को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें एक-एक दिन के रिमाण्ड पर भेजने के आदेश दिए गए। जांच अधिकारी एसआई प्रवीण जुगतावत ने बताया कि आरोपियों से लूट के शत-प्रतिशत जेवर व रुपए बरामद कर लिए गए हैं। वारदात के बाद आरोपी जेवर व रुपए बांट नहीं पाए थे।
Source: Jodhpur