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बाड़मेर. कभी 120 रुपए से अधिक तक पहुंचा प्याज आज खुद बिक्री के लिए तरस रहा है और भाव भी ज्यादा नहीं है, थोक में तो 9-10 रुपए तक भी मिल रहा है। लेकिन खरीददारों की कमी के कारण मंडियों में प्याज पड़ा है। व्यापारियों ने अनलॉक के बाद होटल व रेस्टोरंट खुलने से बल्क में माल मंगवा लिया है। लेकिन खरीददारी काफी कम आते हैं। ऐसे में माल का स्टॉक पड़ा है।
होटल व रेस्टोरेंट प्याज के सबसे बड़े खरीददार है। जो बल्क में प्याज लेकर जाते हैं। लेकिन होटल संचालकों की समस्या यह है कि ग्राहकी उसी तरह शुरू नहीं हुई है। ऐसे में प्याज की खपत होटल में बहुत ही कम है। लॉकडाउन से पहले देखा जाए तो वर्तमान में केवल 20 से 30 फीसदी प्याज की रोजाना जरूरत पड़ती है। इसलिए ज्यादा नहीं ला रहे हैं।
ऑर्डर के साथ ही रवाना हो जाती है गाड़ी
व्यापारियों ने बताया कि अभी तो जैसे ही प्याज का ऑर्डर करते हैं। उसी समय प्याज उत्पादक राज्यों से गाड़ी रवाना कर दी जाती है। गर्मी में उम्मीद रहती है कि प्याज की बिक्री ज्यादा होगी, इसलिए जहां से अभी प्याज उपलब्ध हो रहा है, वहां से मंगवा रहे हैं। लेकिन खरीददारों की मंडी में अभी कमी है। बड़े खरीददार भी ज्यादा नहीं ले जा रहे हैं। उनकी भी मजबूरी है कि होटल रेस्टोरेंट में अभी लोग सामान्य दिनों की तरह नहीं आ रहे हैं।
अब आने लगे हैं लोग
होटल संचालक बताते हैं कि अब कुछ लोग आने लगे हैं। पहले तो चार-पांच दिनों तक तो होटल खोलना और बंद करना ही बचा था। लेकिन कुछ दिनों से अब लोग आने लगे हैं। पैकिंग के ऑर्डर भी मिलते हैं। अब लोगों में कोरोना का भय कुछ कम हो रहा है। रेस्टोरेंट में खाने के दौरान पूरी सावधानी व स्वच्छता बरत रहे हैं। हालांकि अभी डिनर का समय होता है और बाजार बंद का समय भी उसी वक्त है। ऐसे में कुछ परेशानी जरूर है।
ग्राहकों की काफी कमी है
अनलॉक के बाद रेस्टारेंट फिर से शुरू कर दिया लेकिन ग्राहक काफी कम है। अब जरूर कुछ आने लगे हैं। पहले लोग आते थे तो प्याज की खपत भी खूब होती थी। लेकिन अभी यह खपत केवल 20 फीसदी है। ऐसे में खरीद भी कम ही करते हैं।
जॉनी, रेस्टोरेंट संचालक, स्टेशन रोड बाड़मेर

Source: Barmer News

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