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जोधपुर। कोरोना महामारी के कारण व्यापार के क्षेत्र में अमरीका व यूरोप ने चीन से मुंह मोड़ लिया है। कोविड-19 के संक्रमण व लॉकडाउन का दर्द झेल रहे देश के हैण्डीक्राफ्ट निर्यातकों को जुलाई में होने वाले वर्चुअल हैण्डीक्राफ्ट फेयर से खासी उम्मीदें है। वहीं इस फेयर के जरिए व्यापारिक दृष्टि से अमरीका-यूरोप के बॉयर्स के भारत के करीब आने की उम्मीद जगी है।

इपीसीएच कराएगा फेयर

एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल फोर हैण्डीक्राफ्ट (इपीसीएच) की ओर से देश का पहला ऑनलाइन वर्चुअल हैण्डीक्राफ्ट फेयर आयोजित किया जाएगा। जो 13 से 18 जुलाई तक होना प्रस्तावित है। निर्यातकों का दुनियाभर की कम्पनियों से जुडऩे के लिए पहली बार हैण्डीक्राफ्ट पर यह वर्चुअल फेयर होने जा रहा है । पूरी तरह से ऑनलाइन होने वाले इस फेयर में निर्यातक घर बैठे देशी-विदेशी बायरों से कारोबार कर सकेगें और इसका खर्चा भी कम आएगा।

अमरीका-यूरोप से आस

निर्यातकों को आगामी वर्चुअल फेयर में सभी देशों के साथ अमरीका-यूरोप से विशेष ऑर्डर मिलने की आस है। निर्यातकों का कहना है कि अमरीका-यूरोपीय देशों में जोधपुर के वुडन हैण्डीक्राफ्ट उत्पादों व फर्नीचर को ज्यादा पसंद किया जाता है। अमरीकी-यूरोपीय बायर्स चीन में भी होने वाले फेयर में खरीदारी करते है, लेकिन कोरोना के कारण इस बार बायर्स चीन से दूरी बना ली। इसका फायदा जोधपुर के निर्यातकों को मिल सकता है।

कोरोना संकटकाल में ऑनलाइन वर्चुअल फेयर से देश के निर्यातकों को व्यापार का एक नया प्लेटफॉर्म मिला है। जुलाई में हैण्डीक्राफ्ट फेयर के अच्छे परिणाम आएंगे।

राकेश कुमार, डायरेक्टर जनरल

इपीसीएच

इपीसीएच द्वारा आयोजित करवाए जा रहे ऑनलाइन वर्चुअल फेयर वर्तमान समय को देखते हुए व्यापार का एकमात्र जरिया है । निर्यातकों को फेयर में अच्छे ऑर्डर मिलने की उम्मीद है।

डॉ भरत दिनेश, अध्यक्ष

जोधपुर हैण्डीक्राफ्ट्स एक्पोर्टर्स एसोसिएशन

Source: Jodhpur

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