Posted on

खारिया मीठापुर (जोधपुर) . झाक गांव में सडक़ कि नारे रहने वाले एक व्यक्ति ने सोमवार शाम को अपने चार वर्षीय बच्चे को बचाने पर सडक़ पर दौड़ लगाई। उसने बच्चे को तो बचा लिया परन्तु खुद ट्रेलर की चपेट में आ गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

हादसा होते ही घटनास्थल पर ग्रामीणों और वाहन चालकों की भीड़ जमा हो गई। ग्रामीणों ने हादसे की सूचना पुलिस और प्रशासन को दी। सूचना पर बिलाड़ा डिप्टी हेमंत नोगिया, तहसीलदार ताराचंद रामावत सहित पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। सूचना के दो घंटे बाद अधिकारियों के पहुंचने से नाराज ग्रामीणों ने प्रशासन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की।

उन्होंने खारिया मीठापुर-झाक गोटन-मेड़ता मेगा हाइवे पर जाम लगा दिया। प्रशासन की मौजूदगी के बावजूद सडक़ पर दो घंटे जाम लगा रहा। इससे सडक़ मार्ग के दोनों तरफ वाहनों की लम्बी कतार लग गई। वहीं ग्रामीणों ने ट्रेलर का घेराव कर लिया।

पुलिस के अनुसार झाक गांव में सोमवार शाम को हुकमाराम खोजा (४२) का चार वर्ष का बेटा दीपक सडक़ किनारे खेल रहा था। इतने में सडक़ मार्ग से ट्रेलर को आते देख अपने बेटे को बचाने के लिए हुकमाराम भागा। उसने अपने बेटे दीपक को तो ट्रेलर की चपेट में आने से बचा लिया लेकिन खुद की जान नहीं बचा पाया। हादसे में हुकमाराम की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद जाम लगाए बैठे ग्रामीणों ने शव उठाने से इनकार कर दिया।

इन मांगों पर अड़े ग्रामीण और परिजन
ग्रामीणों ने मृतक के परिवार को पचास लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने और मृतक हुकमाराम खोजा की चार बेटियों व एक बेटे को शिक्षण व्यवस्था के लिए छात्रवृत्ति की मांग की। साथ ही प्रशासन से मिलने वाली मुआवजा व सहायता राशि शीघ्र दिलवाने और पोस्टमार्टम घटनास्थल पर ही करवाने की मांग की गई। इसके अलावा झाक गांव से गुजरने वाले मेगा हाइवे से बाइपास निकालने की मांग भी की गई है।

Source: Jodhpur

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *