बाड़मेर. पाकिस्तान की ओर से लगातार हमला कर रही टिड्डी पर अब हैलीकाफ्टर से अटैक होगा। लंबे इंतजार बाद मंगलवार को केन्द्रीय कृषि मंत्री एवं कृषि राज्यमंत्री ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया है। पाकिस्तान से आ रही टिड्डियों का हमला पिछले नौ माह से बाड़मेर-जैसलमेर होते हुए प्रदेश में हो रहा है और अब तो उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश होते हुए दिल्ली तक टिड्डी दल पहुंच गया। टिड्डी नियंत्रण को लेकर केन्द्र व राज्य सरकार की ओर से लगातार यही दावा किया जाता रहा है कि टिड्डी नियंत्रण कर रहे है लेकिन टिड्डी अनियंत्रित है।
आगामी चार हफ्ते में एक बड़े हमले की चेतावनी भी है। इधर टिड्डी नियंत्रण को लेकर मंगलवार को दिल्ली से केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्रङ्क्षसह तोमर व केन्द्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने इंग्लैण्ड से खरीदे गए हैलीकाफ्टर को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया है। इस हैलीकाफ्टर की तैनातगी बाड़मेर जिले में की जाएगी। केन्द्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने बताया कि मंगलवार को रवाना हुआ हैलीकाफ्टर दिल्ली से जयपुर पहुंचेगा और बुधवार को बाड़मेर पहुंचेगा। रात को जोधपुर में रहेगा। उन्होंने बताया कि दिल्ली में देरी से रवाना होने व शाम को समय अधिक हो जाने से मंगलवार को जोधपुर रोका जा रहा है।
छिड़काव होगा हैलीकाफ्टर से
टिड् डी महकमा अब तक जीप व अन्य वाहनों के भरोसे ही था। इसके अलावा ड्रोन का उपयोग किया जा रहा था। इससे प्रभावी नियंत्रण नहीं होने से टिड्डी दल लगातार नुकसान पहुंचा रहा है। अब हैलीकाफ्टर से होने वाले छिड़काव में कम समय में अधिक प्रभाव होगा। इसमें दवा से स्प्रे करने के साथ ही जमीन पर वाहनों से भी टिड्डी पर हमला किया जाएगा।
दस दिन में तैयार होगी टिड्डी
बाड़मेर, जैसलमेर और बीकानेर में फैली टिड्डी ने अण्डे दिए है और ये दस दिन में तैयार हो जाएंगे। जमीन के भीतर से निकलने में दस दिन समय होगा। इधर इथोपिया, केन्या, सोमालिया, पाकिस्तान, दक्षिणी सूडान में भी टिड्डी दल तैयार हो रहा है, जिसका हमला भी भारत में होने की आशंक है।
जोधपुर पहुंचेगा आज
केन्द्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने बताया कि दिल्ली से रवाना हुए हैलीकाफ्टर को रात में जोधपुर ठहरेगा, जहां फ्यूल अपलोड होगा। यहां से बुधवार को सुबह बाड़मेर रवाना होगा। बाड़मेर में उत्तरलाई हवाईस्टेशन पहुंचेगा, जहां से टिड्डी हमला जिस क्षेत्र में होगा वहां जाकर छिड़काव किया जाएगा। उन्होंने आश्वस्त किया कि जरूरत हुई तो और हैलीकाफ्टर मगंवाए जा सकेंगे।
Source: Barmer News