बाड़मेर
केन्द्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी बालोतरा के कोविड केयर सेंटर की अव्यवस्थाओं को देखकर इतना आग बबूला हो गए कि उन्होंने अधिकारियों को जबरदस्त लताड़ पिलाते हुए कहा कि नरक में जाओगे..नरक में। इधर जहां मंत्री आग बबूला हो रहे थे कोविड सेंटर की छत से दाखिल किए हुए लोग भी जोर-जोर से कह रहे थे मंत्रीजी, किट पहनकर ऊपर आओ, आपको दिखाते है हालात क्या है? ये जो अधिकारी है ये तो सात दिन से आए है।
केन्द्रीय कृषि राज्यमंत्री एवं सांसद कैलाश चौधरी सोमवार को बालोतरा के पास नाकोड़ा के कोविड सेंटर पहुंचे। मंत्री के यहां पहुंचते ही विकास अधिकारी व अन्य कार्मिक पहुंच गए। मंत्री जैसे ही मरीजों से मुखातिब होकर बोले कि क्या हाल है, मानो उनकी दुखती रग पर हाथ रख दिया और मरीजों का गुस्सा फूट पड़ा। अधिकारियों की मौजूदगी में उन्होंने कहना शुरू कर दिया कि आकर देखो क्या हाल है। यहां कोई सुनने वाला नहीं है। सफाई इंतजाम है न खाने की समुचित व्यवस्था। अधिकारी सात-सात दिन तक सुध नहीं ले रहे है। हमारी सुनवाई नहीं हो रही है और कोरोना के कारण कोई पूछने नहीं आ रह है। आज आप आए हों तो साथ में ये इतने लोग आ गए है।
मंंत्री हुए आग बबूला
मंत्री कैलाश चौधरी का पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया। उन्होंने अधिकारियों को जोरदार लताड़ पिलाते हुए कहा कि नरक में जाओगे नरक में। केन्द्र सरकार इतनी मदद दे रही है। प्रधानमंत्री, सरकार और हर कोई इन लोगों की मदद के लिए आगे आ रहा है और आप ऐसा व्यववहार कर रहे हों। मंत्री जहां अधिकारियों को लताड़ते हुए गुस्से में बेकाबू थे वहीं कोरोना सेंटर में दाखिल लोग भी छत पर से मंत्री को कह रहे थे, ऊपर आकर देखो। यहां क्या हाल है। मंत्री को एक-एक कर शिकायतें गिनाते रहे लोगों क सामने अधिकारियों के मुंह उतरे हुए थे।
मंत्री ने कहा दो दिन बाद आऊंगा
मंत्री कैलाश चौधरी ने अधिकारियों को खरी-खरी सुनाने के साथ ही कहा कि सुधर जाओ, भगवान के घर जाकर क्या जवाब दोगे? उन्होंने कहा कि दो दिन बाद फिर लौटकर आऊंगा, यहां ध्यान नहीं दिया तो फिर खैर नहीं है। उन्होंने कहा कि इसको लेकर उच्चाधिकारियों को भी अवगत करवाया जाएगा। इस तरह मरीजों के साथ व्यवहार कोरोना में बिल्कुल ठीक नहीं है।
जवाब देते नहीं बने सेंटर प्रभारी
कोविड सेंटर के प्रभारी फिरोजखां इस दौरान जवाब देते नहीं बने। मंत्री ने उनको खरी-खरी सुनाने के बाद में कहा कि इस तरह का भेदभाव ठीक नहीं है। इसको सुधार देना।
Source: Barmer News