Posted on

जोधपुर. चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थानान्तर्गत थोरियों की ढाणी स्थित मकान में हनी ट्रैप के मामले में फंसे संत और युवती ढाई-तीन साल से एक-दूसरे के सम्पर्क में थे। दोनों के बीच व्हॉट्सएेप पर न सिर्फ चैट होती थी, बल्कि वीडियो कॉल तक करते थे। युवती जोधपुर आई तो संत भी गत 6 जुलाई को मिलने के लिए पहुंच गए। चैटिंग व वीडियो कॉल से तंग-परेशान युवती ने पीछा छुड़ाने के लिए संत को हनी ट्रैप में फंसाने की साजिश रची। संत की एफआइआर पर पुलिस ने युवती को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो यह खुलासा हुआ।

पुलिस के अनुसार बाड़मेर जिले के संत व युवती ढाई-तीन साल से एक-दूसरे के सम्पर्क में हैं। रीट व अन्य प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए कुछ समय पहले जोधपुर आई युवती पाल बालाजी मंदिर के सामने मकान में रहती है। गत ६ जुलाई को जोधपुर आए संत युवती से मिलने पहुंचे। इस दौरान तीन और युवक भी वहां आ गए।

उन्होंने संत के कपड़े उतरवाए और युवती के साथ आपत्तिजनक वीडियो व फोटो बना लिए। संत से दस लाख रुपए मांगे और एटीएम व डेबिट कार्ड लूटकर संत को छोड दिया़। बाद में संत ने पुलिस को सूचना दी। बुधवार देर रात युवती व उसके परिचित तीन युवकों के खिलाफ हनी ट्रैप का मामला दर्ज किया गया, लेकिन पुलिस ने मामला दबाए रखा।

परेशान होकर फंसाया
पुलिस ने शुक्रवार को पूछताछ के लिए युवती व संदिग्ध लोगों को थाने बुलाया। युवती ने बताया कि संत व उसके बीच व्हॉट्सएेप पर चैटिंग व वीडियो कॉल तक होते थे। वह संत से तंग व परेशान हो गई। इसीलिए उसने हनी ट्रैप में फंसाने की साजिश रच परिचित दो-तीन युवकों की मदद ली। सहायक पुलिस आयुक्त (प्रतापनगर) नीरज शर्मा के अनुसार युवती से पूछताछ जारी है।

अब संत कार्रवाई से डगमगा रहे
पुलिस का कहना है कि युवती के पास संत के कुछ वीडियो, चैटिंग व अन्य सामग्री है। अब संत भी पुलिस कार्रवाई को लेकर डगमगा रहे हैं।

Source: Jodhpur

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *