बाड़मेर. केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने राजभवन के घेराव वाले सीएम अशोक गहलोत के बयान की निंदा की है। कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि बार-बार लोकतंत्र की दुहाई देने वाले तथाकथित गांधीवादी व्यक्ति को यह शोभा नहीं देता। संवैधानिक पद राज्यपाल की अपनी मर्यादा है और उस मर्यादा को बनाए रखते हुए आचरण करने की जिम्मेदारी हम सबकी है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान राजस्थान की जनता आकर राजभवन का घेराव करेगी, फिर आप उसका दोष हमें मत दीजिएग, पर प्रेस विज्ञप्ति जारी कर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि प्रदेश का आमजन और किसान परेशान है। कोरोना का संकट और आपराधिक घटनाएं बढ़ रही है। दूसरी तरफ राजस्थान की कांग्रेस सरकार होटल में बैठकर बिरियानी खाने और स्विमिंग पूल की मौज-मस्ती में व्यस्त है। उन्होंने कहा कि एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते उनको जनता के दर्द को देखकर मन में दु:ख होता है।इस मामले में हाईकोर्ट के निर्णय पर टिप्पणी से इनकार करते हुए कैलाश चौधरी ने कहा कि भाजपा नेताओं ने तो कहा था कि मुख्यमंत्री गहलोत लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं का जिस तरह गला घोंट रहे हैं।
इन सब विषयों पर कोर्ट को संज्ञान लेना चाहिए। इसीलिए कोर्ट ने उस दिशा में अपना सही निर्णय लिया है। कृषि राज्यमंत्री चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस नेता बिना किसी तर्क और तथ्य के अपने घर की लड़ाई का ठीकरा भाजपा और राज्यपाल पर फोड़ रहे हैं। यह परंपरा निश्चित रूप से निंदनीय और चिंतनीय है।बाड़मेर में मंत्री का फाइल फोटो काम में लें
गौरतलब है कि प्रदेश में अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार के खिलाफ सचिन पायलट ने बगावत कर दी है। एेसे में ऊहापोह की स्थिति पैदा हो गई है। एक ओर जहां अशोक गहलोत बहुमत होने की बात कह कर राज्यपाल से विशेष्ज्ञ सत्र बुलाने की मांग कर रहे हैं तो दूसरी ओर विपक्ष व विरोधी खेमा विरोध जता रहा है।
Source: Barmer News