जोधपुर.
जयपुर के मुहाना क्षेत्र में रिंग रोड पर जोधपुर के कारोबारी आनंद अरोड़ा की हत्या लूट के लिए साजिश के तहत की गई। आनंद का खून से लथपथ शव चार दिन पहले मिला था। शिनाख्त के बाद मंगलवार को हत्या का पता चलने पर जोधपुर के व्यापारी व अन्य लोग स्तब्ध रह गए। आनंद किसी परिचित का फोन आने के बाद शुक्रवार को कार से जयपुर रवाना हुए थे।
नई सड़क हनुमान भाखरी के पास रहने वाले आनंद के पुत्र अश्विनी व भतीजे नवनीत ने बताया कि आनंद चार-पांच परिचित युवकों की पुलिस में नौकरी लगवाने के लिए पिछले पांच-छह महीने से कुछ लोगों के सम्पर्क में थे। इसके लिए वे १० लाख रुपए पहले ही दे चुके थे। फिर इनमें से किसी का फोन पर ६ लाख रुपए लेकर जयपुर बुलाया। इस पर आनंद कार चलाने वाले भतीजे अनिल के साथ रवाना हुए। भतीजे को सिंधी कैंप के पास होटल में छोड़ करौली जाने का कहते हुए आनंद दूसरी कार में आए लोगों के साथ चले गए। इसके बाद उनसे कोई संपर्क नहीं हो पाया।किसी को बताने से किया था मना
आनंद को फोन करने वाले ने जयपुर यात्रा के बारे में किसी को भी बताने से मना किया था। साथ ही मोबाइल भी बंद रखने को कहा था। इसीलिए आनंद ने जयपुर रवाना होने से पहले परिजनों को बता दिया था कि दो दिन मोबाइल बंद रहेगा। दो दिन बाद भी मोबाइल चालू नहीं हुआ तो परिजनों को चिंता हुई। एक पुत्र पिता की तलाश में सोमवार को जयपुर गया, जहां मंगलवार शाम हत्या का पता लगा। दूसरे पुत्र ने दोपहर में ही गुमशुदगी दर्ज कराई थी। जोधपुर में शुरू की थी डिस्को बारसोने की भारी चैन व अंगुठियां पहनने के शौकीन आनंद की एमजीएच रोड पर सर प्रताप स्कूल के पास अरोड़ा ज्यूस व चाबियां बनाने की दुकान है। वे मल्टी परपज बिजनेस संस्था के अध्यक्ष भी थे। उन्होंने जोधपुर में सबसे पहले वर्ष 1981-82 में नई सड़क पर डिस्को बार शुरू की थी, जिसे बाद में पुलिस ने बंद करवा दिया। इसके साथ उन्होंने राजस्थानी गीतों की ऑडियो-वीडियो कैसेट्स बनाकर बेचने का काम भी किया। सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने वाले आनंद के फेसबुक पर भी बड़ी संख्या में दोस्त थे।
Source: Jodhpur