जोधपुर.
जयपुर में जोधपुर के व्यापारी आनंद अरोड़ा की हत्या करने वालों का अब तक कोई सुराग नहीं लग सका। मोबाइल कॉल डिटेल और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मुहाना थाना पुलिस हत्यारों तक पहुंचने के प्रयास कर रही है।
परिजनों का कहना है कि आनंद अरोड़ा कई महीनों से युवकों की नौकरी लगवाने के लिए प्रयास कर रहे थे। जो जोधपुर व भीलवाड़ा के बताए जाते हैं। इस कार्य के लिए वो लाखों रुपए पहले ही मध्यस्थों को दे चुके थे। गत चार सितम्बर को जयपुर जाने के लिए वो पत्नी, पुत्रवधू और अन्य से डेढ़-दो लाख रुपए लिए थे। उनके पास चार लाख रुपए और भी थे। जो संभवत: नौकरी लगवाने वालों ने दिए थे। जबकि घरवाले इसके पक्ष में बिल्कुल नहीं थे। उन्होंने कई बार समझाइश भी की थी, लेकिन आनंद अरोड़ा नहीं माने।
गत चार सितम्बर को अजमेर-दिल्ली बाइपास स्थित साल्वे अस्पताल के बाहर आनंद अरोड़ा जयपुर नम्बर की कार में चार व्यक्तियों के साथ निकल गए थे। फिर उसी दिन मुहाना क्षेत्र में रिंग रोड पर उनका शव मिला था। उनके दो बैग, सोने की चेन व अंगूठियां और लाखों रुपए गायब थे। जो संभवत: हत्यारों ने लूट लिए थे। भतीजे व चालक अनिल ने हत्या का मामला दर्ज करवा रखा है।
Source: Jodhpur