बाड़मेर. प्रदेश के मार्च से बंद विद्यालयों में अब रौनक लौटने की उम्मीद है। हालांकि अभी भी नियमित कक्षाओं को चलाने की इजाजत नहीं मिली है, लेकिन २१ सितम्बर से कक्षा नवीं से बारहवीं के विद्यार्थी मार्गदर्शन के लिए विद्यालय जा सकेंगे।
इस दौरान उनको कोरोना गाइड लाइन की पालना करनी होगी। छह माह बाद स्कू ल खुलने से जहां शिक्षक भी प्रसन्न है कि मार्गदर्शन के रूप में ही सही शिक्षण कार्य तो शुरू हो पाएगा तो दूसरी ओर विद्यार्थी और परिजन भी इस बार लेकर खुश है कि अब पढ़ाई पर ध्यान देने के साथ शिक्षकों से उचित परामर्श मिल सकेगा। जिले में करीब डेढ़-पौने दो लाख नवीं से बारहवीं के विद्यार्थी अब मार्गदर्शन प्राप्त कर सकेंगे।
वैश्विक महामारी कोरोना के बढ़ते कदम को रोकने के लिए देश में २२ मार्च से लॉकडाउन लगा जो दो माह तक चला। दो माह बाद लॉकडाउन खत्म हो गया, लेकिन अनलॉकडाउन शुरू हुआ जिसमें कुछ गतिविधियों को छूट मिली। एेसे में बाजार में रौनक छाने लगी तो परिवहन सेवाएं भी थोड़ी बहुत बहाल हुई, लेकिन स्कू ल, कॉलेज पर अभी भी रोक ही है।
अभी शिक्षक जरूर स्कू ल, कॉलेज पहुंच रहे हैं, लेकिन विद्यार्थियों की आवाजाही रुकी हुई है। इस पर लम्बे समय से इसका इंतजार है कि शिक्षण कार्य कब आरम्भ होगा। हाल ही में प्रदेश सरकार ने २१ सितम्बर से नवीं से बारहवीं कक्षाओं के विद्यार्थियों को मार्गदर्शन के लिए स्कू ल जाने की इजाजत दी है। इसके बाद स्कू लों व घरों में शिक्षण कार्य को लेकर गतिविधियां बढ़ गई है।
स्कूल जुटे तैयारी में- लम्बे समय से विद्यार्थियों के बिना चल रहे विद्यालयों के संस्था प्रधान व प्रबंधक अब मार्गदर्शन को लेकर तैयारियों में जुट गए हैं। सरकार के निर्देशों की पालना के तहत वे अब विद्यार्थियों को आने वाली समस्याओं के समाधान को लेकर शिक्षकों को तैयारी करने के निर्देश दे रहे हैं। इधर, निजी शिक्षण संस्थानों ने ऑन लाइन पढ़ाई में मिले कार्य का जांचने के लिए घरों तक शिक्षकों को भेजना शुरू कर दिया है।
अभिभावकों की मिटी चिंता- छह माह से पढ़ाई छूट जाने पर अभिभावक चिंतित थे कि उनके बच्चों की पढ़ाई कैसे होगी। विशेषकर दसवीं व बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों को लेकर चिंता जताई जा रही थी, लेकिन अब बच्चों को स्कू ल से मार्गदर्शन मिलने की छूट पर उम्मीद है कि बच्चों की पढ़ाई बोर्ड परीक्षा से पहले पटरी पर लौट आएगी। मार्गदर्शन की छूट से मिलेगा फायदा-लम्बे समय से बच्चे पढ़ाई से दूर है। ट्यूशन पर भेज नहीं सकते क्योंकि सोशल डिस्टेंसिंग व अन्य गाइड लाइन की पालना करना मुश्किल हो जाता है। एेसे में अब मार्गदर्शन की छूट मिलने से बच्चे स्कू ल प्रबंधन के मार्फत अपनी पढ़ाई शुरू कर पाएंगे। इसका फायदा मिलेगा।- कृष्णकुमार दवे, अभिभावक
बच्चों की पढ़ाई की चिंता खत्म- लम्बे समय से बच्चों की पढ़ाई कैसे होगी इसकी चिंता थी, लेकिन अब मार्गदर्शन मिलने से उनकी पढ़ाई नियमित होने लगेगी। शिक्षकों का परामर्श उनके लिए फायदेमंद रहेगा।- संगीता, अभिभावक निर्देशों की पालना के निर्देश- राज्य सरकार की गाइड लाइन के अनुसार नवीं से बारहवीं के विद्यार्थी मार्गदर्शन के लिए स्कू ल से सम्पर्क कर सकते हैं। सभी संस्था प्रधानों व प्रबंधक को इसकी पालना करनी होगी। स्कू ल पहुंचने वाले बच्चों को सोशल डिस्टेसिंग के साथ अन्य कोरोना गाइड लाइन की पालना करनी होगी।- अमरदान चारण, एसीबीईओ शिव
Source: Barmer News