जोधपुर. देश के 22 राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (एनएलयू) की प्रवेश परीक्षा कॉमन लॉ ऐडमिशन टेस्ट (क्लैट 2020) में कोविड-19 से संक्रमित परीक्षार्थी नहीं बैठ पाएंगे। इस संबंध में क्लैट कंसोर्टियम ने मंगलवार रात को नोटिफिकेशन जारी करते हुए बताया कि होम आइसोलेशन और चिकित्सकीय उपचार ले रहे कोरोना पॉजिटिव विद्यार्थी को परीक्षा के दौरान प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इन विद्यार्थियों के लिए अन्य दिन परीक्षा आयोजन को लेकर कंसोर्टियम ने स्थिति स्पष्ट नहीं की है। क्लैट परीक्षा 28 सितंबर को देशभर में आयोजित की जाएगी। यह ऑनलाइन होगी, जिसमें करीब 78 हजार छात्र-छात्राएं बैठ रहे हैं।
पहले कहा, परीक्षा केंद्र में आइसोलेशन कक्ष होगा
क्लैट कंसोर्टियम ने परीक्षा से छह दिन पहले गाइडलाइन बदली है। इससे पहले कंसोर्टियम ने परीक्षा केंद्रों पर ही संदिग्ध और बुखार के छात्र छात्राओं के लिए अलग से कक्ष बनाकर पीपीई किट पहनाकर परीक्षा दिलवाने की गाइडलाइन जारी की थी। आइआइटी जेईई और नीट-२०२० परीक्षा में भी संदिग्ध परीक्षार्थियों के लिए अलग से आइसोलेशन कक्ष में बैठाने की व्यवस्था थी।
आधी फीस वापस देगा एनएलएसआईयू, क्लैट में शामिल
सुप्रीम कोर्ट द्वारा नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी (एनएलएसआईयू) बेंगलुरु की ओर से १२ सितम्बर को आयोजित प्रवेश परीक्षा नेशनल लॉ एलिजिबिलिटी टेस्ट (एनलेट-२०२०) खारिज करने के बाद अब एनएलएसआईयू ने क्लैट के लिए तैयारी शुरू कर दी है। एनएलएसआईयू ने नोटिफिकेशन जारी कर बताया कि एनलेट परीक्षा के लिए छात्र छात्राओं द्वारा दी गई १५० रुपए के परीक्षा शुल्क में ७५ रुपए अगले नौ से चौदह कार्य दिवस के भीतर लौटा दिए जाएंगे। बेंगलुरू में भी प्रवेश अब क्लैट के जरिए ही होगा।
Source: Jodhpur