भोपालगढ़। भोपालगढ़ क्षेत्र की नवगठित छापला ग्राम पंचायत में गुरुवार को एक अनूठा वाक्या देखने को मिला। जहां गांव के सीताराम मेहतर की पुत्रवधू की मौत हो गई थी और दोपहर तक अंतिम संस्कार नहीं होने से शव घर के आंगन में ही पड़ा था। वहीं इसी बीच गांव के लोगों ने मिलकर अनूठा उदाहरण पेश करते हुए सीताराम मेहतर को ही निर्विरोध सरपंच बना दिया।
भोपालगढ़ पंचायत समिति में 3 अक्टूबर को पंच-सरपंच के चुनाव होने जा रहे हैं। इसके तहत ग्राम पंचायत रजलानी का हिस्सा रहे राजस्व गांव छापला में नवगठित पंचायत में भी पहली बार पंचायत चुनाव हो रहे हैं। जिसके चलते बुधवार को नामांकन पत्र भरे गए थे। अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सरपंच पद के लिए तीन जनों सीताराम मेहतर, हाथीराम मेघवाल व दीनाराम मेघवाल ने नामांकन पत्र दाखिल किए थे।
यहां सरपंच प्रत्याशी सीताराम के पुत्र रामचंद्र को पिछले दिनों जहरीले सांप ने काट लिया था और उसका सप्ताह भर से अजमेर के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था। पति की नाजुक हालत को देखकर सदमे में आई रामचंद्र की पत्नी व सरपंच प्रत्याशी सीताराम की पुत्रवधू पुटूड़ी की बुधवार देर रात अचानक मृत्यु हो गई। इस बीच गुरुवार को सरपंच चुनाव के लिए नाम वापसी का दिन था और प्रत्याशी सीताराम मेहतर की गैर मौजूदगी में गांव के लोगों ने सर्वसम्मति से सीताराम मेहतर को ही निर्विरोध सरपंच चुनने का निर्णय किया। इस पर सरपंच पद के दो अन्य उम्मीदवारों हाथीराम व दीनाराम मेघवाल ने अपने नामांकन पत्र वापस ले लिए।
Source: Jodhpur