बाड़मेर. गिड़ा थाना क्षेत्र के खारड़ा ग्राम पंचायत के दर्जियों की ढाणी राजस्व गांव में मंगलवार दोपहर नरेगा के तहत निर्माणाधीन पानी का कच्चा टांका ढहने से मिट्टी में दबे तीन श्रमिकों की मौत हो गई। रेस्क्यू ऑपरेशन की टीमों ने करीब पांच घण्टें मशक्कत कर श्रमिकों को बाहर निकला। जहां चिकित्सकों ने जांच में मृत घोषित किया।
गिड़ा थाना पुलिस के अनुसार खारड़ा भारतसिंह ग्राम पंचायत के दर्जियों की ढाणी में दलाराम के यहां मनरेगा के तहत व्यक्तिगत टांका निर्माण कार्य चल रहा था। दोपहर में कच्चा टांका खोदने के बाद सिमेंट से फर्मा बांधने का कार्य शुरू हुआ। अचानक बाूल मिट्टी होने पर टांका भरभरा ढह गया और तीन श्रमिक मिट्टी में दब गए। हादसें के बाद पुलिस ने प्रशासन व ग्रामीणों की मदद से श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। टीमों ने करीब पांच घण्टे की मशक्कत के बाद तीनों को बाहर निकाला।
पुलिस ने बताया कि टांका मालिक दलाराम (35) पुत्र चंपाराम, श्रमिक अचलदान(40) पुत्र रूपदान व प्रेमाराम (60) पुत्र शंकराराम निवासी खारड़ा चारणान की मौत हो गई। पुलिस ने तीनों मृतकों के शव एम्बुलेंस से राजकीय अस्पताल बायतु पहुंचाया। जहां पोस्टमार्टम कर आगे की कार्यवाही होगी।
प्रशासनिक अमला रहा मौजूद
सूचना मिलने पर बायतु उपखण्ड अधिकारी विवेक व्यास, तहसीलदार शिवजीराम, गिड़ा थानाधिकारी भंवरलाल सहित कई प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। इधर, घटना के बाद राजस्व मंत्री हरीश चौधरी, जिला कलक्टर विश्राम मीणा, पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा घटना पर पूरी नजर बनाए हुए थे।
Source: Barmer News