बेलवा (जोधपुर). बस्तवा सुंडा गांव निवासी ऑनरेरी कैप्टन भीखसिंह इन्दा भारतीय सेना के राजपुताना राइफल्स की 15 वीं बटालियन में 33 वर्षों की गौरवशाली सेवाएं देते हुए शुक्रवार को अपने पैतृक गांव पहुंचे तो प्रत्येक ग्रामवासी स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहा था। उनके गांव का एक जाबांज सिपाही लंबे अरसे तक देश की सरहदों की रक्षा करते हुए अपने गांव जो लौटा था। गांव के सैकड़ों ग्रामीणों के साथ आसपास क्षेत्रों के लोग हाथों से गुलाल डालकर पुष्पवर्षा कर रहे थे।
बस्तवा सुंडा के भीखसिंह इन्दा पुत्र भोजराज सिंह इन्दा सन 1988 में दिल्ली रेजिमेंट सेंटर से भारतीय सेना में भर्ती हुए। जिसके बाद उन्होंने 1999 के करगिल युद्ध के दौरान ‘ऑपरेशन विजय’ में अपने पराक्रम का परिचय देते हुए दुश्मनों के दांत खट्टे किए थे। विदेश में शांति सेना के रूप में उन्होंने सन 1992 में भूटान व 2006-07 में कांगो (दक्षिण अफ्रीका) में सेवाएं दी। उन्हें सेना ने पीएसएम में ऑल इंडिया आर्मी बेस्ट कैडेट (सूबेदार मेजर) का अवॉर्ड के लिए भी चुना।
चार पीढिय़ां सेना में गौरव
सेनानी इन्दा ने बताया कि आजादी के समय से पूर्व से ही उनका परिवार सेना में सेवाएं दे रहा है। उनके दादा धोकलसिंह इन्दा ने रियासतकालीन जोधपुर रसाला के बाद आम्र्ड कोर में सेवाएं दी। उनके पिता भोजराज सिंह पुलिस में चाचा भारतीय सेना में थे। भीखसिंह के छोटे भाई किशोर सिंह राजपुताना राइफल्स 13 वीं बटालियन में सेवाएं दे रहे है। भीखसिंह व किशोरसिंह के तीनों बेटे भी वर्तमान में भारतीय सेना में देश की सरहदों की हिफाजत करने के लिए तैनात हैं।
समाजसेवा के लिए दिए एक लाख रुपए
भारतीय सेना से सेवानिवृत्त होने पर कैप्टन भीखसिंह इन्दा ने राजपूत समाज शेरगढ़ द्वारा हरिद्वार में निर्माणाधीन धर्मशाला के लिए एक लाख की आर्थिक मदद की है। भीखसिंह ने बताया कि उन्हें एक फौजी के रूप में सरहदों पर रखवाली करने के बाद अब समाजसेवा का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।
इन्दा का हरिद्वार धर्मशाला कमेटी व समाज ने प्रमाण पत्र देकर अभिनंदन किया। इस मौके पर राणोसा प्रताप सिंह इन्दा, हरिद्वार धर्मशाला निर्माण कमेटी के अध्यक्ष गायड़ सिंह इन्दा खारीबेरी, सचिव भगवान सिंह तेना, उपाध्यक्ष विजय सिंह लोड़ता, कंवर सिंह गोगादेव केतु, स्वरूप सिंह डेढा, सवाई सिंह खारीबेरी, गुलाब सिंह भाटी मेरिया, गौरव सेनानी किशोर सिंह केतु सहित कई प्रबुद्धजन मौजूद रहे।
Source: Jodhpur