जोधपुर. जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय (JNVU) से सम्बद्ध एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज (MBM Engineering College) के बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग (बीई) प्रथम सेमेस्टर मैकेनिकल विषय में पुनर्मूल्यांकन परिणाम के बाद 300 में से 182 विद्यार्थी को एटीकेटी (अलाउड टू कीप टन्र्स) मिली है। एक साथ दो तिहाई विद्यार्थियों के फेल हो जाने पर उन्होंने आक्रोश प्रकट करते हुए परीक्षा परिणाम की जांच की मांग है। अगर परिणाम नहीं बदलता है तो इन विद्यार्थियों को अगले साल तृतीय सेमेस्टर के साथ-साथ एटीकेटी विषय की परीक्षा भी देनी पड़ेगी। गौरतलब है कि 12वीं के बाद आइआइटी जेईई परीक्षा की तैयारी करने वाले जिन विद्यार्थियों का प्रवेश आइआइटी, एनआईटी, ट्रिपल आईटी जैसे राष्ट्रीय स्तर के संस्थानों में नहीं होता है, उनकी प्रदेश में पहली पसंद एमबीएम कॉलेज होती है। यहां प्रदेश के टॉपर पढ़ते हैं।
पुनर्मूल्यांकन में कइयों के अंक कम हुए
प्रथम सेमेस्टर का परीक्षा परिणाम आने के बाद 219 विद्यार्थियों ने पुनर्मूल्यांकन का आवेदन का भरा। इसमें कई विद्यार्थियों के अंक 5 से लेकर १० तक कम कर दिए गए। इसको लेकर छात्र नेता त्रिवेंद्र पाल सिंह और निवर्तमान अध्यक्ष रवींद्र सिंह भाटी के नेतृत्व में छात्रों ने कुलपति के समक्ष ज्ञापन भी दिया था।
100 में से केवल 35 चाहिए
बीई सेमेस्टर का प्रत्येक विषय 100 अंक का है। उत्तीर्ण होने के लिए 35 अंक चाहिए। छात्र छात्राओं का कहना है कि टफ मार्किंग करके उन्हें जानबूझकर पीछे रखा जाता है।
4 बैक तो पूरा फैल
अगर किसी सेमेस्टर में विद्यार्थी के चार विषयों में बैक आ जाती है तो उसे पूरा साल वापस करना पड़ता है।
‘विद्यार्थियों की मांग पर कॉलेज शिक्षकों से पुनर्मूल्यांकन परिणाम की जांच करवा रहे हैं।’
प्रो प्रवीण चंद्र त्रिवेदी, कुलपति, जेएनवीयू जोधपुर
Source: Jodhpur