बाड़मेर. जिले में नवगठित ग्राम पंचायतों में सरपंच चुनाव के बाद अब जल्द पंचायत भवन बनाए जाने की उम्मीद बंधी है। बाड़मेर जिले में पंचायतीराज चुनाव से पहले 200 नई ग्राम पंचायतों का गठन हुआ था। कोविड-19 के चलते एक साल का समय बीत चुका है। अब चतुर्थ चरण के चुनाव समाप्त होने के बाद ग्राम पंचायतों के भवन निर्माण व जमीन आवंटन के लिए प्रक्रिया तेज कर दी गई है। उल्लेखनीय है कि पूर्व में पंचायतीराज चुनाव के लिए लगी आचार संहिता को 10 माह बीत गए है।
पंचायतीराज के जिला परिषद विभाग की ओर से 200 ग्राम पंचायतों के भवन निर्माण के लिए जमीन आवंटन की प्रक्रिया शुरू की गई है। जिसमें अंधिकाश पंचायत भवनों की भूमि आवंटन की प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है। यहां जिला परिषद ने 62 ग्राम पंचायत में जमीन का आवंटन कर भवन निर्माण के लिए स्वीकृति जारी कर दी गई है। अन्य 138 ग्राम पंचायत भवनों के लिए जमीन आवंटन की प्रक्रिया को तेज कर दिया गया है। जिला परिषद की ओर से 62 भवन निर्माण की स्वीकृति जारी की गई है, जहां भवन निर्माण के लिए करीब 35-40 लाख रुपए का बजट प्रस्तावित किया गया है। विभाग का दावा है कि टेण्डर जारी होने के बाद 9 माह में भवन बनकर तैयार हो जाएगा। इस अवधि के दौरान पंचायत भवन संचालन के लिए वैकल्पिक इंतजाम किए गए है।
यों चली प्रक्रिया
बाड़मेर जिले में कई ग्राम पंचायतों में कोरोनाकाल से पहले चुनाव हो चुके थे। अन्य पंचायतों में वर्तमान में सम्पन्न करवाए गए है। इससे पहले नव सृजित ग्राम पंचायत के सरपंच, ग्रामसेवक ने प्रस्ताव बनाकर संबंधिक तहसील कार्यालय को भेजा गया। तहसीलदार व विकास अधिकारी की रिपोर्ट के बाद यह पत्रावली उपखण्ड कार्यालय पहुंची। एसडीओ की रिपोर्ट के बाद कलक्टर ने जमीन आवंटन प्रक्रिया पर मुहर लगा दी।
– सरकार भवनों का जल्द निर्माण करवाएं
बाड़मेर जिले में 200 से अधिक नवसृजित ग्राम पंचायतों में चुनाव हो गए है। अब सरकार जल्द अतिरिक्त बजट जारी कर भवनों का निर्माण करवाएं। ताकि नवसृजित ग्राम पंचायत में विकास कार्य शुरू हो चुके है। – हिन्दुसिंह तामलोर, सरपंच
– 62 जगह जमीन का आवंटन
बाड़मेर जिले में 200 नवसृजित ग्राम पंचायतों के लिए जमीन चिह्ति की प्रक्रिया चल रही है। जिसमें 62 ग्राम पंचायतों की जमीन का आवंटन हो गया है। अन्य की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। साथ ही भवन निर्माण के लिए 62 ग्राम पंचायतों के लिए स्वीकृति जारी कर दी गई है। पंचायत भवन पर 35-40 लाख के बीच खर्च आएगा- मोहनदान रतनु, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद, बाड़मेर
—
Source: Barmer News