बाड़मेर तोड़ेगा गुजरात की मॉनोपोली,75 करोड़ घनफीट प्राकृतिक गैस उत्पादन खुलेगा रास्ता
– धनतेरस विशेष
– 5.50 करोड़ है अभी गैस उत्पादन
रतन दवे
बाड़मेर पत्रिका.
धनतेरस को धोरां धरती के खनिज खजाने से बड़ी खुशखबरी सामने आ रही है कि यहां प्राकृतिक गैस का उत्पादन जो अभी महज 5.50 करोड़ घनफीट ही है वर्ष 2021 में 75 करोड़ घनफीट हो जाएगा। गुजरात की मॉनोपोली को तोड़कर रेगिस्तान आर्थिक संपन्नता की नई इबारत लिखेगा।
बाड़मेर के गुड़ामालानी स्थित रागेश्वरी तेल क्षेत्र से प्राकृतिक गैस के अधिक उत्पादन का मार्ग प्रशस्त हुआ है।अब तक यहां काम कर रही कंपनियों को सरकारी मंजूरी के मामले में अनिश्चितता एक रुकावट लग रही थी, लेकिन हाल ही में केयर्न को बाड़मेर ब्लॉक के लाइसेंस का एक्सटेंशन दिया गया तो इन योजनाओं को फिर से गति मिल चुकी है।
रागेश्वरी डीप गैस तैयार
वर्ष 2018 में इस प्रोजेक्ट पर कार्य प्रारंभ हुआ जिसको 2020 में पूरा करने का लक्ष्य दिया गया। 23 माह में यह प्रोजेक्ट तैयार हुआ है । रागेश्वरी गैस टर्मिनल का विस्तार पूरा कर इसको रागेश्वरी डीप गैस का नाम दिया गया है। इससे बाड़मेर के हाइड्रोकार्बन क्षेत्रों से 75 करोड़ घन फीट प्राकृतिक गैस प्रतिदिन उत्पादित करने का रास्ता खुल जाएगा। इस में 50 लाख घन फीट प्राकृतिक गैस नए गैस क्षेत्रों से और 25 करोड़ घन फीट गैस मंगला और अन्य छोटे तेल क्षेत्रों से संलग्न गैस के रूप में प्राप्त की जाएगी। रागेश्वरी से अभी साढ़े पांच करोड़ घन फीट गैस का उत्पादन प्रतिदिन हो रहा है।
गुजरात की टूटेगी मॉनोपोली
पूर्व में गैस उत्पादन बढ़ाने की योजना पर काम आगे बढ़ा लेकिन गुजरात स्थित गैस ग्रिड में मोनोपोली होने के कारण इस गैस को सरकार की ओर से आगे बेचान संबंधी मंजूरी सफलता नहीं मिली। अब नए सिरे से कार्य की शुरुआत हो रही है।
Source: Barmer News