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जोधपुर. जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय में लॉकडाउन के बाद हो रही स्नातक और स्नातकोत्तर अंतिम वर्ष की परीक्षाओं में तुलनात्मक रूप से कई छात्र-छात्राएं अनुत्तीर्ण हो रहे हैं। हाल ही में घोषित बीए अंतिम वर्ष के इतिहास विषय और बीएससी अंतिम वर्ष के गणित विषय में कई छात्र-छात्राओं के पूरक आने पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की। इस संबंध में शुक्रवार को निवर्तमान छात्रसंघ अध्यक्ष रविंद्र सिंह भाटी ने विश्वविद्यालय कुलपति प्रोफेसर पीसी त्रिवेदी से मिलकर परीक्षा परिणाम की जांच की मांग की।

भाटी ने बताया कि परीक्षा परिणाम से मेधावी छात्र-छात्राओं को काफी हताशा है। इससे वे उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश से वंचित होने के साथ बीएड में प्रवेश के लिए भी अपात्र हो गए हैं। छात्र-छात्राओं का कहना है कि उन्होंने प्रथम और द्वितीय वर्ष में बेहतर प्रदर्शन किया जबकि अंतिम वर्ष का परीक्षा परिणाम विपरीत आया है।
इससे पहले एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज के विभिन्न सेमेस्टर में कई छात्र-छात्राओं के बैक आई थी। इसको लेकर भी छात्र-छात्राओं ने प्रदर्शन किया था। तब कुलपति ने परीक्षा परिणाम की समीक्षा करवाने का आश्वासन दिया था।

ये हैं मांगें
– हर साल की भांति इस साल भी विशेष पुनर्मूल्यांकन हो।
– बीए, बीएससी व बीकॉम प्रथम वर्ष की वरियता सूची के उन विद्यार्थियों को प्रवेश का एक मौका दिया जाए जो दस्तावेज सत्यापन व फीस भरने से वंचित रहे थे।
– बीएससी प्रथम वर्ष गणित में एसएफएस सेक्शन शुरू किया जाए।
– कुछ विद्यार्थियों का परिणाम ऑनलाइन जारी होने के बावजूद प्रदर्शित नहीं हो रहा है, इसे दुरुस्त किया जाए।

Source: Jodhpur

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