जोधपुर.
महामंदिर थानान्तर्गत वीर दुर्गादास कॉलोनी में मोबाइल डाटा खत्म करने की वजह से हत्या का शिकार होने वाले मासूम भाई के पीछे पिता के मानसिक बीमार होने व घर की तंग-हाल स्थिति भी कारण रहे। मृतक जन्म के बाद से जापान चला गया था। बारह साल जापान में रहने के बाद वह पिछले साल ही जापानी मां, आरोपी भाई व तीन बहनों के साथ जोधपुर आया था और फिर सभी यहीं रहने लग गए थे। अब हत्या के बाद आरोपी भाई को भी पछतावा हो रहा है और वह खुद के जीवित बचने पर अफसोस जता रहा है।
थानाधिकारी कैलाशदान ने बताया कि मूलत: माता का थान हाल वीर दुर्गादास कॉलोनी निवासी रॉय (12) पुत्र कैलाशदान चारण की हत्या के मामले में बड़े भाई रमन (२३) को गिरफ्तार किया गया है। वह भी मानसिक तनाव में है। इसलिए वह भी बार-बार जापानी व टूटी-फूटी हिन्दी में हत्या पर अफसोस जता रहा है। वह बोल रहा है कि उसने आधा काम ही किया है। उसे भी मर जाना चाहिए था।
24 वर्ष पूर्व शादी, 12 वर्ष पूर्व गए थे जापान
पुलिस का कहना है कि कैलाशदान चारण ने पांडिचेरी में वर्ष 1996 में जापानी युवती से प्रेम विवाह किया था। उन्हें तीन पुत्री व दो पुत्र हुए। वर्ष 2008 में रॉय का जन्म हुआ था। इसके तुरंत बाद तीनों पुत्री व दो पुत्र के साथ मां जापान चली गई थी। बारह साल तक सभी जापान ही रहे और पिछले वर्ष ही पांचों जोधपुर आए थे।
जापानी भाषी होने से पूछताछ में परेशानी
आरोपी रमन चारण बारह साल तक जापान में रह चुका है। एेसे में वह जापानी भाषा अधिक जानता है। उसे हिन्दी बोलने व समझ नहीं आती है। जापानी भाषी होने से पुलिस को पूछताछ में परेशानी हो रही है।
टेनिस सिखा गुजर-बसर कर रहा था आरोपी
जापान से लौटने के बाद रमन लाल मैदान में बच्चों को टेनिस का प्रशिक्षण देने लग गया था। मां भी अंग्रेजी शिक्षिका है, लेकिन कोरोना की वजह से स्कूल बंद हैं। पिता मानसिक बीमार हैं और कई बार घर से बाहर ही रहते हैं। एक बहन भी निजी ऑफिस में काम करती हैं। एेसे में घर की जिम्मेदारी रमन पर आ गई थी। छोटा भाई रॉय मोबाइल में व्यस्त रहकर बड़े भाई का इंटरनेट डाटा उड़ा देता था। गत बुधवार देर शाम भी रॉय ने मोबाइल में वीडियो गेम से इंटरनेट डाटा खत्म कर दिया था। गुस्से में आकर वह भाई को छत पर ले गया था और चाकू घोंपकर हत्या कर दी थी।
Source: Jodhpur