भावी (जोधपुर). वन विभाग ने कई दिनों से वांछित हिरण शिकार के आरोपी को पकड़ कर शिकार में प्रयुक्त हथियार को भी बरामद किया।
जानकारी के अनुसार 2 सितंबर 2020 को लांबा से भावी जाने वाले मार्ग पर एक हिरण का कटा हुआ सिर मिलने के बाद हिरण शिकार की आशंका को लेकर वन्यजीव प्रेमियों ने 24 घंटे अनशन किया था। स्पेशल टीम ने शिकारी पारस रामसुख बागरिया को गिरफ्तार किया। साथ ही उसके छुपाए गए हिरण शिकार में प्रयुक्त हथियार को भी बरामद किया गया।
उल्लेखनीय है कि विश्नोई टाइगर फोर्स बिलाड़ा के ब्लॉक अध्यक्ष प्यारेलाल विश्नोई सहित कई वन्यजीव प्रेमियों ने गत 2 सितंबर को हिरण शिकार की घटना पर 24 घंटे रोड पर बैठकर अनशन किया था। इस पर वन विभाग के आला अधिकारियों ने 4 सूत्री मांगों का भरोसा देने के साथ ही अनशन को तुड़वाया था।
तीन दिन पूर्व एक आरोपी और पकड़ा था
बिलाड़ा क्षेत्र के बीरावास ग्राम की सरहद में एक वर्ष पूर्व तीन कृष्णमृग के शिकार के प्रकरण में वन विभाग के अधिकारियों ने फरार आरोपी गिरफ्तार किया है। इससे पूर्व शिकार के तीन महिला आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
क्षेत्रीय वन अधिकारी शंकरलाल सोनी ने बताया कि 18 नवम्बर 2019 को बीरावास सरहद में गणपतराम खोजा के खेत में तीन कृष्णमृग के शिकार की सूचना मिली।
अधिकारी मौके पर पहुंचे तो देखा कि तीन कृष्णमृग की खाल मांस व शिकार में प्रयुक्त हथियार व बाइक पड़ी थी। वहां पर केली देवी पत्नी गुलाब उर्फ प्रकाश, मिर्गी उर्फ शांति पत्नी सवाई तथा गीता उर्फ पपुड़ी पत्नी पारस को गिरफ्तार किया गया।
उन आरोपियों से तीन टोपीदार बंदूक व कृष्णमृग शिकार में प्रयुक्त गए हथियार बरामद किए गए। वहीं एक आरोपी लालाप (नागौर) निवासी पारस उर्फ रामसुख पुत्र सावरराम बनबागरिया मौके से भाग गया था। उसे गुरुवार को गिरफ्तार कर न्यायालय मे पेश जहां से उसे दो दिन के रिमांड पर सौंपा।
Source: Jodhpur