जोधपुर. जोधपुर मिलिट्री स्टेशन में सोमवार को कोणार्क कोर द्वारा विजय दिवस मनाया गया। इस अवसर पर जोधपुर सब एरिया के जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल समीर कल्ला, युद्ध के दिग्गजों और कोणार्क कोर के सैनिकों ने कोणार्क वार मेमोरियल पर 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की जीत में राष्ट्र के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
भारत-पाकिस्तान के मध्य 1971 में हुए युद्ध में कोणार्क कोर के वीर जवानों ने लोंगेवाला, पर्बत अली, चाचरो और खिंसार जैसे महत्वपूर्ण युद्ध लड़े। जवानों की इसी वीरता के साक्ष्य के रूप में युद्ध में कब्जा किया गया एक पाकिस्तानी शर्मन टैंक जोधपुर मिलिट्री स्टेशन के मुख्य द्वार पर प्रदर्शन के लिए लगाया हुआ है।
गौरतलब है कि 16 दिसंबर 1971 को पूर्वी पाकिस्तान में लेफ्टिनेंट जनरल एएके नियाज़ी के नेतृत्व में 93 हजार पाक सैनिकों की टुकड़ी ने अपने हथियार डाल दिए थे। भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट जनरल जगजीत सिंह अरोरा के सामने बिना शर्त पाक सेना ने आत्मसमर्पण कर दिया। यह किसी भी लड़ाई में सैनिकों का सबसे बड़ा आत्मसमर्पण था और परिणामस्वरूप बांग्लादेश का निर्माण हुआ। पूरे राष्ट्र को भारतीय सशस्त्र बलों के इस महत्वपूर्ण कार्य पर गर्व है। इस शानदार विजय को मनाने के लिए प्रत्येक वर्ष 16 दिसंबर को विजय दिवस मनाया जाता है।
Source: Jodhpur