जोधपुर. केंद्र सरकार ने बीती रात घरेलू गैस की कीमत में 50 रुपए और इजाफा कर दिया। मंगलवार को 14.2 किलो का एलपीजी सिलेण्डर 701.50 रुपए में उपभोक्ताओं के घर पहुंचा। दो दिसम्बर को भी सरकार ने पचास रुपए की वृद्धि की थी। कुल मिलाकर एक पखवाड़े में रसोई गैस सौ रुपए महंगी हो गई है।
तेल कम्पनियों ने जुलाई में घरेलू सिलेण्डर की कीमत 601.50 रुपए निर्धारित की थी। देश के विभिन्न राज्यों में विधानसभा चुनाव और उप चुनावों के चलते सरकार ने पांच महीने तक घरेलू गैस के दाम नहीं बढ़ाए। नवम्बर तक यही कीमत बनी रही। दिसम्बर महीने में दो बार दाम बढ़ाकर सौ रुपए की वृद्धि कर दी गई है। इसी के साथ सरकार ने वाणिज्यक सिलेण्डर के दामों में भी बढ़ोतरी कर दी है। गौरतलब है कि सरकार ने मई महीने में उपभोक्ताओं के खाते में आ रही सब्सिडी भी बंद कर दी है।
एक साल में 200 रुपए महंगा हुआ सिलेण्डर
उपभोक्ताओं के बैंक खातों में सब्सिडी आने की वजह से अब उन्हें सिलेण्डर के महंगे होने का उतना अहसास नहीं हो रहा है। सरकार ने बैंक खातों में 250 रुपए तक सब्सिडी देकर उपभोक्ताओं को हॉकर को 700 से 800 रुपए सिलेंडर के देने की आदत बना डाली है। वर्ष 2019 में सिलेण्डर की वास्तविक कीमत 500 रुपए थी जो अब वर्ष 2020 खत्म होते-होते 700 रुपए पहुंच गई है।
तीन-चार दिन पहले बुकिंग करवाई, फिर भी महंगा सिलेण्डर लेना पड़ा
जोधपुर सहित प्रदेश के अन्य हिस्सों में जिन उपभोक्ताओं ने तीन-चार दिन पहले बुकिंग करवाई और कैश मीमो भी 651.50 रुपए का जनरेट हो गया था, बावजूद इसके मंगलवार को सिलेण्डर की डिलिवरी होने पर उनसे 701.50 रुपए वसूले गए। कई उपभोक्ताओं ने इसका विरोध किया और हॉकर्स से नोक-झोंक भी हुई। गैस एजेंसियों व तेल कम्पनियों का कहना है कि सिलेण्डर की कीमत ऑटो जनरेट होती है। जिन दिन सिलेण्डर डिलिवर होता है, उसी दिन के दाम लिए जाते हैं।
एलपीजी की नई कीमतें
घरेलू गैस
14.2 किलो सिलेण्डर——– 701.50 रुपए
5 किलो सिलेण्डर ———– 260
अघरेलू गैस
उत्पाद ——————- कीमत (रुपए में)
19 किलो सिलेण्डर—————– 1352
5 किलो एफटीएल नया कनेक्शन—— 1347.50
5 किलो एफटीएल रीफिल ———– 403.50
5 किलो एफटीएल पोस नया कनेक्शन—-1345.50
5 किलो एफटीएल पोस रीफिल ——– 401.50
47.5 किलो सिलेण्डर ———– 3378
19 किलो नैनो कट सिलेण्डर———-1613
19 किलो एक्सट्रा तेज ———– 1352.50
47.5 किलो एक्सट्रा तेज ———– 3378
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‘घरेलू गैस पचास रुपए और महंगी हो गई। उपभोक्ताओं से नई रेट ही ली गई।’
– दीपक सिंह गहलोत, अध्यक्ष, एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स फैडरेशन ऑफ राजस्थान
‘जिस दिन सिलेण्डर डिलिवरी की जाती है, उसी दिन के दाम उपभोक्ताओं को देने पड़ते हैं। भले ही उन्होंने बुकिंग कभी करवा रखी हो।’
– स्वर्णसिंह, मुख्य क्षेत्रीय अधिकारी, इण्डेन गैस जोधपुर
Source: Jodhpur