बाड़मेर. गणित विषय का नाम आते ही विद्यार्थियों के मन में डर घर कर जाता है कि कठिन विषय है इसकी तैयारी कैसे करें। एेसे में जबकि कोरोना गाइडलाइन के बीच शिक्षण कार्य शुरू हो रहा है जरूरत है तो बस इतनी कि विद्यार्थी बिना तनाव, भयमुक्त होकर गणित की तैयारी करें। पढ़ाई को लेकर अभिभावक, शिक्षक और छात्रों को विशेष सुझाव दिए जा रहे हैं।
शिक्षकों के लिए सुझाव- विद्यालय बंद रहने के दौरान स्माइल-२ के तहत विद्यार्थियों को भेजी जाने वाली सामग्री को विषयाध्यापक डाउनलोड करे। शिक्षण के दौरान विषयाध्यापक इस सामग्री के वीडियो को विद्याथियों के बने ग्रुप में भेजें। हर विद्यार्थी इसको देखे इसके लिए मॉनिटिरिंग करें। विषयाध्यापक पाठ्यक्रम को कुछ भागों में बांटकर विद्यार्थियों के स्तर के अनुरूप पढ़ाई करवाएं। विभाग की ओर से प्रत्येक कक्षा के लिए बनाए गए मॉडल पेपर को विद्यार्थियों को आवश्यक रूप से भेजना सुनिश्चित करें। विद्यार्थियों को इस वर्ष के संशोधित पाठ्यक्रम की जानकारी आवश्यक रूप से दें जिससे वे उसी अनुरूप तैयारी कर सके।
विद्यार्थी समस्या समाधान में लें शिक्षकों की मदद– कोरोनाकाल के बीच शिक्षण कार्य आरम्भ हो रहा है। एेसे में गाइड लाइन की पालना करते हुए विद्यार्थी भय व तनावमुक्त होकर विद्यालय पहुंचे। गणित को बोझ नहीं समझें और हर प्रश्न को हल करने को सोच रखें। कोई भी समस्या आने पर बेहिचक विषयाध्यापक से समाधान करवाएं। शिक्षा विभाग की ओर से जारी मॉडल पेपर को अवश्यक रूप से पढे़ं। स्माइल-२ के तहत भेजी जानी वाली सामग्री को अपने अध्ययन का एक भाग मान कर उससे जुड़ें।
अभिभावक,संस्था प्रबंधन रखें गाइड लाइन का ध्यान– अभिभावक और विद्यालय प्रबंधन का भी दायित्व है कि वे विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते रहें। उनकी शिक्षण गतिविधियों पर नजर रखें, लेकिन दबाव नहीं बनाएं। वहीं, अभिभावक शिक्षक कोरोना गाइड लाइन की पालना सुनिश्चित करवाने का काम भी करें। किसी भी स्थिति में विद्यार्थियों को भयमुक्त व तनावमुक्त वातावरण उपलब्ध करवाएं। –पुखराज सोनी, प्रधानाचार्य राउमावि रोहिली
Source: Barmer News