बाड़मेर. सामुदाय स्तर पर वैक्सीनेशन शुरू होने के बाद भ्रांतियां खत्म करने और आमजन को टीका लगाने के प्रति प्रेरित को लेकर अब वैक्सीनेशन में ऐसे कार्मिकों की ड्यूटी प्राथमिकता से लगाई जाएगी, जिनको हाल ही में टीका ला चुका है। यह नवाचार इसलिए किया जा रहा है कि आमजन टीके लगवाने के लिए सेंटर पर पहुंचे और वैक्सीनेशन के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके।
कोविड-19 की वैक्सीन का लक्ष्य पूरा नहीं होने के चलते इसकी डोज भी लगातार खराब हो रही है। डोज को खराब होने से बचाने का एक ही तरीका है कि जितना साइट का प्रतिदिन का लक्ष्य है, उतने लोग वहां पर पहुंचे। लेकिन साइट में पूरी संख्या में लोगों के नहीं पहुंचने से प्रतिदिन सैकड़ों में डोज खराब हो जाती है। इसलिए डोज को बचाने और आमजन को प्रेरित करने में अब टीके लगा चुके कार्मिकों की भूमिका बढ़ जाएगी।
कार्मिक करेंगे भ्रांतियां खत्म
जिन कार्मिकों की ड्यूटी लगेगी वे अपने आसपास और वैक्सीनेशन के लिए आने वालों को प्रेरित करेंगे और भ्रांतियां खत्म करने का काम करेंगे। वे खुद को प्रस्तुत करते हुए बताएंगे कि उन्होंने वैक्सीनेशन करवाया है और उन्हें कोई परेशानी नहीं है। अब वे कोरोना महामारी को मुकाबला करने में सक्षम बन चुके हैं। वैक्सीनेशन के लाभार्थियों को टीका लगवाकर कोरोना सुरक्षा चक्र को अपनाना चाहिए।
लाखों की संख्या में होना है टीकाकरण
सामुदाय स्तर पर टीका लगना शुरू होने के कारण जिले में 20 मार्च तक करीब 5 लाख लोगों के वैक्सीनेशन का लक्ष्य है। इसलिए लोगों को प्रेरित करते हुए उन्हें सेशन साइट तक लाने में टीका लगवा चुके कार्मिक सहयोगी साबित होंगे और लक्ष्य के अनुरूप आमजन को टीका लग पाएगा।
टीम में पांच सदस्य जरूरी
प्रत्येक शिविर स्थल पर वैक्सीनेशन टीम में कम से कम पांच सदस्य होंगे। जिसमेें 2 कार्मिक अनिवार्य रूप से स्वास्थ्य विभाग से होंगे। चिकित्साकर्मी निगरानी कमरे में एइएफआई किट सहित उपस्थित रहेंगे। जिससे वैक्सीन के किसी तरह के एडवर्स इफैक्ट का उपचार किया जा सके।
कलक्टर ने किए निर्देश जारी
जिला कलक्टर विश्राम मीणा ने निर्देश जारी किए हैं कि आमजन को वैक्सीनेशन लगाने में ऐसे कर्मचारियों की ड्यूटी प्राथमिकता से लगाई जाए जिनका हाल ही में वैक्सीनेशन किया गया है। जिससे आमजन को टीके के लिए प्रेरित किया जा सके और भ्रांतियां खत्म की जाए।
Source: Barmer News