जोधपुर.
लूनी थाना पुलिस ने गत माह खेजड़ली चौराहे के पास रात्रिगश्त के दौरान कांस्टेबल पर गोली चलाने के मामले में एक जने को गिरफ्तार किया। जबकि गोली मारने का मुख्य आरोपी सहित चार जने अभी तक पकड़ में नहीं आए हैं।
सहायक पुलिस आयुक्त (बोरानाडा) मांगीलाल ने बताया कि गत 27 फरवरी की रात 2.30 बजे डोडा पोस्त से भरी एक एसयूवी व उसको एस्कॉर्ट कर रही कार का पीछा करने के दौरान एसयूवी सवार एक युवक की गोली से लूनी थाने का चालक रामनिवास घायल हो गया था। जानलेवा हमले के मामले में विभिन्न पहलूओं से जांच के बाद पांच व्यक्तियों को नामजद किया गया। इनमें से फींच गांव निवासी मनीष (30) पुत्र हड़मानराम उर्फ प्रेमाराम बिश्नोई को गिरफ्तार किया गया। उसे कोर्ट में पेश कर रिमाण्ड पर लिया गया। मुख्य आरोपी फींच निवासी भूराराम उर्फ सुनील पुत्र घेवरराम बिश्नोई, हमीर नगर निवासी अमराराम पुत्र देवाराम बिश्नोई, सुभाष पुत्र राजूराम बिश्नोई व अन्य भी आरोपी हैं। जिनकी तलाश के प्रयास किए जा रहे हैं।
केसर खेड़ी से ला रहे थे डोडा पोस्त
पुलिस का कहना है कि फींच निवासी मनीष व रमेश बिश्नोई मादक पदार्थ तस्कर हैं। वे चित्तौडगढ़़ में कपासन व सादड़ी से डोडा पोस्त मंगाकर स्थानीय तस्करों को बेचते हैं। सुभाष उर्फ सुनील, अमराराम व सुभाष इन दोनों के लिए मादक पदार्थ लेकर आते हैं। गत 26 फरवरी को कपासन में केसर खेड़ी से एसयूवी में डोडा पोस्त भर तीनों जोधपुर के लिए रवाना हुए थे। अमराराम एसयूवी चला रहा था। भूराराम पास में बैठा था। एक अन्य कार में सुभाष, रमेश व अन्य एस्कॉर्ट कर रहे थे। रात 2.30 बजे वे खेजड़ली चौराहा पहुंचे व नाकाबंदी तोड़ भागने लगे थे। पुलिस के पीछा करने पर एसयूवी सवार भूराराम ने चला दी थी। जो पुलिस जीप के दरवाजे को चीरकर चालक रामनिवास के पांव में जा लगी थी।
पुलिस से फायरिंग के बाद पुलिस से बचा ले गया
कांस्टेबल के घायल होने पर पुलिस ने पीछा रोक दिया था और आरोपी भाग निकले थे। तब मनीष पुलिस की नाकाबंदी का पता करके एसयूवी में मधुबन हाउसिंग बोर्ड तक आया और एसयूवी व कार में साथियों को सुरक्षित भगा ले गया था।
Source: Jodhpur