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बाड़मेर. थार में गर्मी का मौसम करीब-करीब शुरू माना जा सकता है। तापमान 36 डिग्री से ऊपर जा चुका है। इस बीच अब तक की सबसे बड़ी नहरबंदी की तिथि भी तय हो गई है। 20 मार्च से 28 मई करीब 68 दिनों तक पानी नहीं मिलेगा।
नजर बंदी हालांकि 20 मार्च से शुरू हो जाएगी, लेकिन उपभोक्ताओं पर इसका असर 28 अप्रेल तक नहीं होगा। क्योंकि पंजाब से पानी मिलता रहेगा। पानी की दिक्कत 29 अप्रेल से शुरू होगी जब पानी पूरी तरह बंद हो जाएगा और 2 व 3 मई तक नहरें बिल्कुल सूख जाएगी। इसके बाद प्रदेश के 9 जिलों को स्टोरेज किए हुए पानी से जून के पहले सप्ताह तक काम चलाना होगा।
ये है प्रदेश के 9 जिले
जानकारों का कहना है कि प्रदेश के बीकानेर, जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर, नागौर, चूरू, झुंझुनूं, सीकर और हनुमानगढ़ जिलों के लिए पीने के पानी की भंडारण क्षमता 18 दिन से ज्यादा नहीं है। इस दौरान विभाग की जलापूर्ति प्रबंधन को लेकर कड़ी परीक्षा होगी।
जरूरत से 700 क्यूसेक कम मिल रहा पानी
प्रदेश के 9 जिलों की जरूरत प्रतिदिन 2700 क्यूसेक पानी की है। लेकिन अभी 2000 क्यूसेक के करीब ही पानी मिल रहा है। इसके चलते 700 क्यूसेक की कमी भी स्टोरेज को प्रभावित करेगी और नियमित जलापूर्ति करना विभाग के लिए चुनौती बन जाएगा।
नहर बंदी में होती रही जलापूर्ति में कटौती
नियमित जलापूर्ति में नहरबंदी के दौरान कटौती होती रही है। बाड़मेर में एक दिन छोड़कर जलापूर्ति की जाती है। लेकिन नहर जब बंद होती है तो इसे सप्ताह में दो बार भी किया गया है। गर्मी का मौसम और पानी पर्याप्त नहीं मिलने की दिक्कत मई-जून में परेशानी पैदा करेगी।
एक दिन का इंटरवेल बढ़ा सकते हैं
नहरबंदी को लेकर हमारी तैयारी है। वैसे ज्यादा कोई दिक्कत नहीं होगी। जरूरत होने पर जलापूर्ति में एक दिन का इंटरवेल बढ़ा सकते हैं।
हजारीराम बालवा, अधिशाषी अभियंता नगर खंड पीएचइडी बाड़मेर

Source: Barmer News

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