बाड़मेर. बाड़मेर यातायात पुलिस चौकी में 39 लाख के गबन और लोकसभा चुनाव में कलक्ट्रेट के कंट्रोल रूम से डीजल के कूपन गायब कर पंप संचालक की ओर से भुगतान के लिए बिल पेश करने के दर्ज मामलों में पुलिस की सुस्ती नजर आ रही है।
Read more : Video : यातायात पुलिस: 39 लाख के गबन में थानाधिकारियों और कार्मिकों की संलिप्तता, अब होगी एफआइआर
यह दो मामले कलक्टर व एसपी के निर्देश पर दर्ज हुए हैं। इसके बावजूद जांच कागजों में ही है। इन दो मामलों में राजकोष को नुकसान पहुंचाया गया पर पुलिस जांच की बजाय हाथ पर हाथ धरे बैठी है।
डेढ़ माह से कुछ नहीं
लोकसभा चुनाव में वाहनों में पेट्रोल व डीजल भरवाने के लिए जारी होने वाले 225 कूपन कंट्रोल रूम से गायब होने के बाद भुगतान उठाने के लिए पंप संचालक ने पेश कर दिए। कूपन रेकॉर्ड से मिलान करवाने पर यह खुलासा हुआ।
Read more : 39 लाख चालान राशि डकारने वाले पुलिसकर्मियों पर पुलिस मेहरबान!
जिला कलक्टर के निर्देश पर कोतवाली थाने में आरोपी संपतराज, जगदीशचन्द्र व अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज हुआ। डेढ़ माह बीतने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है।
Read more : बाड़मेर ट्रैफिक पुलिस की बंदरबाट
पुलिस पर मेहरबानी
यातायात पुलिस चौकी में 39 लाख रुपए का गबन का मामला सामने आया था। यहां तीन साल तक वाहन चालकों के खिलाफ चालान बनाकर जमा होने वाली राशि अधिकारी व अधीनस्थ खुद की जेब में डालते रहे।
मामला सामने आने के बाद एसपी ने पुलिस उप अधीक्षक मानाराम गर्ग को जांच सौंपी। इसमें पूर्व में कार्यरत पुलिसकर्मियों की ओर से गबन की बात सामने आई।
रिपोर्ट के आधार पर पुलिस अधीक्षक ने कोतवाली थाने में धोखाधड़ी, गबन व फर्जी रेकॉर्ड तैयार करने का मामला दर्ज करवाया। मामला दर्ज हुए तीन माह बीत गए हैं लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है।
Source: Barmer News