चौहटन (बाड़मेर). सदराम की बेरी गांव में दिवाली की छुट्टियां मनाने आए वायुसैनिक की मधुमक्खियों के हमले के चलते मौत हो गई। घटना की जानकारी पर गांव में शोक की लहर दौड़ गई। वहीं, रविवार को उसका सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
रविवार को उत्तरलाई छावनी से वायु सेना के अधिकारी मृतक जवान के गांव पहुंचे तथा उसके शव पर तिरंगा व पुष्पचक्र अर्पित कर अंतिम विदाई दी।
सदराम की बेरी, सांवा निवासी तथा मालिया, भूज (गुजरात)प्रकाश की माता धापुदेवी विश्नोई सांवा ग्राम पंचायत की पूवज़् सरपंच रही है तथा पेशे से शिक्षक थे। में वायुसैना में चिकित्साधिकारी के पद पर कार्यरत ओमप्रकाश पुत्र किसनाराम विश्नोई दिवाली की छुट्टियों में घर आया हुआ था।
शनिवार को वह अपनी ढाणी में अकेला था, उसी दौरान मधुमक्खियों के झूण्ड ने हमला बोल दिया। मधुमक्खियों ने उसके चेहरे, सिर व हाथ-पैरों पर कई जगह काटा, जिससे जहर चढ़ गया और वह बेहोश हो गया। थोड़ी देर परिजन पहुंचे तो घटना का पता चला। वे उसे लेकर धनाऊ के अस्तपाल पहुंचे, जहां से सांचोर रैफर किया।
बीच रास्ते में ही धोरीमन्ना के पास उसकी मौत हो गई। उसके बाद परिजन शव लेकर सेड़वा पहुंचे और अस्पताल में पहुंचाया। घटना के वक्त वायुसैनिक की पत्नी जोधपुर अस्पताल में बीमारी के चलते भर्ती थी तो माता-पिता भी उसके साथ थे। उनको सूचना देने पर वे भी पहुंचे।
वहीं, घटना की जानकारी वायुसेना को देने पर उत्तरलाई से एक टुकड़ी पहुंची। रविवार को वायुसेना अधिकारियों व परिजनों की उपस्थिति में शव का पोस्टमार्टम किया और परिजन को सौंपा।
इसके बाद सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान वायुसेना की उत्तरलाई की सैन्य टुकड़ी ने पुष्पचक्र व तिरंगा चढ़ा श्रद्धाजंलि दी। वासुसैनिक की मां धापूदेवी पूर्व सरपंच भी है।
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Source: Barmer News