बाड़मेर/गडरारोड। पाकिस्तान ( Pakistan ) लगातार भारत के सरहदी इलाकों ( India Pakistan Border ) में परेशानियां पैदा कर रहा है। राजस्थान के सरहदी इलाकों में पाकिस्तान की कारस्तानी ने किसानों ( Rajasthan Farmers ) की नींद उड़ा रखी है। पाकिस्तान में टिड्डी ( Tiddi Dal Attack ) को नियंत्रण नहीं करने के कारण अब फाका तारबंदी के नीचे से रेंग कर सीमावर्ती गावों में पहुंच रहा है। करोड़ों की संख्या में फाके के आने से किसानों की चिंता बढ़ती जा रही है। उधर टिड्डी नियंत्रण संगठन ( Locust Control Organization ) ने खेतों में पहुंचे फाके को नियंत्रण से मना कर दिया। उनका कहना है कि खेतों में केमिकल का छिडक़ाव ( Chemical Spray ) नहीं किया जा सकता है।
टिड्डी ( Tiddi ) हुई कम तो फाके ने बढ़ाई मुसीबत
पाक ( Pakistan Border ) से आ रही टिड्डी कम हो गई तो अब फाके ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है। सीमा क्षेत्र में बीएसएफ ( BSF ) बीओपी ( BOP ) के पास से तारबंदी के नीचे होकर करोड़ों की तादाद में फाका रेंग कर पहुंच रहा है। इसके कारण पहले से टिड्डी हमले से पीडि़त किसानों की नींद उड़ गई है।
ये क्षेत्र हो रहे प्रभावित
बॉर्डर से सटे जुम्मा फकीर की बस्ती, गडरारोड, त्रिमोही, तामलोर, अमीन का पार, लाले का तला, रहलिया, खड़ीन, मालाणा, पादरिया, अकली, सजनानी, मुनाबाव, पांचला, रोहिड़ी, मोती की बेरी, सुंदरा तक लगभग सौ किमी दूरी में तारबंदी के नीचे रेंगते हुए मक्खी के आकार के फाकों के दल लगातार आ रहे हैं। बिजावल ग्राम पंचायत के समंध का पार में करोड़ों की संख्या में फाका पहुंचा है।
कैसे करेंगे जीरे की बुवाई
तहसील क्षेत्र में सैकड़ों खेतों में ट्यूबवेलों से सिंचाई होती है। कई जगह जीरा बुवाई की तैयारी चल रही है। किसानों को चिंता है कि जीरे की बुवाई कैसे करें, फाका इतनी बड़ी संख्या में खेतों में घुस चुका है कि नियंत्रण कर पाना मुश्किल हो गया है।
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Source: Barmer News