Posted on

बाड़मेर ञ्च पत्रिका . सदर थाना क्षेत्र के पास एक निजी स्कूल के पीछे गुरुवार देर रात बाड़मेर पुलिस व तस्करों के बीच हुई मुठभेड़ में कई बार पुलिस पर हमला करने वाला कुख्यात आरोपी कमलेश मारा गया। वारदात में सदर थाने में कार्यरत हैड कांस्टेबल गंभीर घायल हो गए। उन्हें राजकीय अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका उपचार चल रहा है।
बाड़मेर पुलिस के अनुसार पाली जिले के सांडेराव थानाधिकारी पर हमला करने के आरोपी के सदर थाना क्षेत्र में छिपे होने की सूचना मिली। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए स्पेशल टीमों का गठन कर दबिश की कार्रवाई को अंजाम दिया। कार्रवाई के दौरान कुख्यात वाण्टेड कमलेश उर्फ कमल पुत्र आसूराम प्रजापत निवासी छीतर का पार मकान के पीछे का दरवाजा तोडक़र फरार होने लगा। दरवाजे पर तैनात हैंड कांस्टेबल मेहाराम ने रोकने का प्रयास किया तो कुख्यात तस्कर ने लग्जरी कार से टक्कर मारकर उसे कुचलने का प्रयास किया। जवाबी कार्रवाई में तैनात जवानों ने फायरिंग कर उसे घायल कर दिया। कुख्यात तस्कर की उपचार के दौरान राजकीय अस्पताल में मौत हो गई। पुलिस ने उसका शव राजकीय अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। जहां देर रात बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया।
घेराबंदी कर चेताया

पुलिस टीमों ने मकान के चारों तरफ घेराबंदी कर कुख्यात आरोपी को घेर लिया था। उसके बाद चेतावनी देते हुए कहा कि पुलिस से घिर चुके हो और सरेण्डर कर दो, लेकिन उसने भागने की कोशिश कर पुलिस पर वाहन चढ़ाने का प्रयास किया। अपराधी को रोकने के लिए पुलिस ने फायरिंग कर दी।

कुख्यात तस्कर और नांद हत्याकांड का आरोपी
वर्ष 2017 में दीपावली से एक दिन पूर्व की रात 18 अक्टूबर को एक प्लॉट विवाद को लेकर खूनी संघर्ष में फायरिंग की घटना को अंजाम देकर नांद निवासी अर्जुनराम की हत्या कर दी गई थी। उस मामले में भी कमलेश आरोपी था। 5-6 गाडिय़ों में 17-18 लोगों ने जानलेवा हमला किया था। उस दौरान तत्कालीन ग्रामीण थानाधिकारी धन्नापुरी ने निर्माणाधीन मकान को घेर लिया था। उसके बाद पुलिस ने उसे दबोच लिया था।

Source: Barmer News

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *