सिवाना . भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो बाड़मेर ने जिले के सिवाना में कार्य की मजदूरी व बिलों के भुगतान के बदले एक लाख रुपए रिश्वत लेने पर पंचायत समिति सिवाना के कनिष्ठ तकनीकी सहायक (जेटीए) को शनिवार को रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
ब्यूरो के उप महानिरीक्षक डॉ विष्णु कांत ने बताया कि सिवाना में कुण्डल गांव निवासी जेठूसिंह पुत्र भीखसिंह की शिकायत पर जोधपुर में भगत की कोठी में विजय नगर निवासी पंचायत समिति सिवाना के जेटीए देवेन्द्र मालवीय (५०) पुत्र मांगीलाल लोहार को एक लाख रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। उसने समिति की आवासीय कॉलोनी में अपने खुद के क्वार्टर में यह रिश्वत ली। तभी एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामनिवास व निरीक्षक मुकनदान ने दबिश देकर उसे पकड़ लिया।
परिवादी की फर्म के मार्फत पंचायत समिति सिवाना के गांव बेरी नाडी में कार्य करवाया गया था। जिसकी मजदूरी व बिलों का भुगताया बकाया है।
जिसकी एवज में जेटीए ने खुद, सरपंच, ग्राम विकास अधिकारी व पंचायत समिति कार्यालय के अन्य अधिकारी व कर्मचारियों के हिस्से के एक लाख रुपए रिश्वत मांगी थी। परिवादी ने एसीबी से लिखित शिकायत की। इस संबंध में शुक्रवार को गोपनीय सत्यापन कराए जाने पर रिश्वत मांगने की पुष्टि हुई।
इस पर एसीबी ने परिवादी को रिश्वत देने के लिए जेटीए के पंचायत समिति की कॉलोनी में सरकारी क्वार्टर भेजा, जहां जेटीए ने परिवादी से एक लाख रुपए ले लिए।
तभी इशारा मिलते ही एसीबी ने दबिश देकर जेटीए को एक लाख रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। रिश्वत में सरपंचए ग्राम विकास अधिकारी व अन्य अधिकारी, कर्मचारियों की भूमिका की जांच की जा रही है।
Source: Barmer News