बाड़मेर. बारावफात एवं अयोध्या मसले के आने वाले उच्चतम न्यायालय के संभावित निर्णय के मद्देनजर सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के लिए जिला कलक्टर अंशदीप एवं पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने गुरुवार शाम को वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए।
उन्होंने समस्त थाना स्तर पर सीएलजी की बैठकें आयोजित करने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने कानून व्यवस्था के संबंध में कहा कि शांति समिति एवं सीएलजी की बैठकों का आयोजन करने के साथ आपसी समन्वय रखा जाए। बाड़मेर जिले में सांप्रदायिक सद्भाव की परंपरा रही है।
आमजन से इस परंपरा को बरकरार रखने का अनुरोध किया जाए। उन्होंने अयोध्या मामले में आने वाले फैसले के बाद संभावित माहौल के अनुरूप समुचित तैयारियां करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि समस्त थाना स्तर पर शनिवार को शाम 4 बजे सीएलजी बैठकें आयोजित की जाए।
इसमें संबंधित उपखंड अधिकारी एवं तहसीलदार आवश्यक रूप से शामिल हो। उन्होंने बारावफ ात एवं अयोध्या मसले के निर्णय तथा चुनावों के मद्देनजर प्रस्तावित फ्लैग मार्च का प्लान 11 नवंबर तक भिजवाने के निर्देश दिए। स्थाई एवं अस्थायी पटाखों की दुकानों एवं अनुज्ञा पत्रों की विशेष निगरानी के साथ बड़ी खरीद होने पर दुकानकार को इसके बारे में सूचित करने के निर्देश दिए जाए।
अधिकारी आपसी समन्वय से करें व्यवस्थाएं पुख्ता
इस दौरान समस्त राजकीय महाविद्यालयों में 11 से 14 नवंबर तक सांप्रदायिक सद्भाव एवं समन्वय के लिए उपखंड अधिकारी, तहसीलदार एवं पुलिस अधिकारी की उपस्थिति में कार्यशाला आयोजित करने संबंधित प्लान, संवेदनशील स्थानों पर मोबाइल पेट्रोलिंग, वीडियोग्राफी का प्लान भिजवाने के निर्देश दिए गए।
इसी तरह प्रतिष्ठित धर्म गुरुजन के साथ बैठक आयोजित करने तथा उनका सद्भावना संदेश प्रसारित करने के लिए निर्देशित किया गया।
पुलिस अधीक्षक ने पुलिस अधिकारियों को सीएलजी की बैठकें आयोजित करने, अफ वाह रोकने के लिए सोशियल मीडिया तथा अन्य संदिग्ध लोगों पर निगरानी रखने तथा किसी तरह की सूचना मिलने पर प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर राकेश कुमार शर्मा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहनदान रतनू, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक खींवसिंह भाटी समेत विभिन्न प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।
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Source: Barmer News