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जोधपुर। प्रदेश के एकमात्र शारीरिक शिक्षा महाविद्यालय (फिजीकल कॉलेज) के खेल एवं शारीरिक शिक्षा का उच्च शिक्षण संस्थान बनने की उम्मीद जगी है। आखिर देर से ही सही, लंबे वर्षों बाद सरकार ने फिजीकल कॉलेज की सुध ली। सरकार ने अपने प्रतिनिधि के रूप में अन्तरराष्ट्रीय एथलीट अर्जुन अवॉर्डी व सादुलपुर विधायक कृष्णा पूनियां को फिजीकल कॉलेज का दौरा करने के लिए भेजा। पूनियां ने सोमवार को कॉलेज का दौरा कर यहां की बदहाल स्थिति व सुविधाओं के विस्तार की संभावनाओं को देखा। पूनियां ने करीब डेढ़ घंटे फिजीकल कॉलेज का अवलोकन किया, जिसकी रिपोर्ट वे राज्य सरकार को सौंपेगी। फिजीकल कॉलेज की बदहाल स्थिति, कॉलेज के उच्च शिक्षण संस्थान बनने के मुद्दे को राजस्थान पत्रिका उठाता रहा है।

हॉस्टल, ग्राउण्ड व लाइब्रेरी देख जताई नाराजगी
पूनियां ने कॉलेज में संचालित हो रहे बालक-बालिका छात्रावासों को देखा। जहां उन्हें अव्यवस्थाएं, बदहाल स्थिति नजर आई। इस पर उन्होंने छात्रावासों, खेल मैदान व लाइब्रेरी के उचित रखरखाव नहीं करने को लेकर नाराजगी जताई, उन्होंने कहा, कि जो संसाधन-सुविधाएं उपलब्ध है, उनको तो सही उपयोग कर व्यवस्थित रखा जा सकता है। इस दौरान,
पूर्व कुलपति खेल विश्वविद्यालय लक्ष्मणसिंह राणावत, प्रिंसिपल का चार्ज संभाल रहे माध्यमिक शिक्षा विभाग जोधपुर मंडल के संयुक्त निदेशक प्रेमचंद सांखला सहित कॉलेज स्टाफ साथ था।

१९५७ में स्थापित हुआ
प्रदेश का एकमात्र शारीरिक शिक्षा महाविद्यालय जोधपुर में एयरफोर्स क्षेत्र में वर्ष १९५७ में स्थापित हुआ था। पिछले 2६ वर्षों से कॉलेज के मुखिया सहित अन्य महत्वपूर्ण पदों के अभाव में फिजीकल कॉलेज बदहाल स्थिति में है। प्रशिक्षणार्थियों को पढ़ाने के लिए व्याख्याता नहीं है। शिक्षा विभाग से सैकेण्ड व थर्ड ग्रेड के शारीरिक शिक्षकों को प्रतिनियुक्ति पर लगाकर कोर्स पूरा करवाने की खानापूर्ति की जा रही है।

Source: Jodhpur

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