बाड़मेर. लम्बे समय बाद फिर से तबादलों को लेकर सरकारी कार्मिकों की दौड़धूप शुरू होने वाली है। सरकार ने तबादलों पर लगी रोक हटाई है जिस पर अब विधायकों से डिजायर, अपने लोगों से जनप्रतिनिधियों पर दबाव के साथ इच्छित स्थल पर नियुक्ति को लेकर दौड़धूप होगी।
विशेषकर शिक्षा विभाग में तबादलों को लेकर लम्बा इंतजार था और तृतीय श्रेणी शिक्षक दो साल से इंतजार कर रहे थे, वहीं द्वितीय श्रेणी अध्यापक डिजायर के बावजूद तबादले नहीं होने से सूची जारी होने का इंतजार कर रहे हैं। वे अब फिर से सक्रिय होंगे। प्रदेश में तबादलों पर लगी रोक हटाने की घोषणा हुई है। अब १४ जुलाई से १४ अगस्त के बीच तबादलों का दौर चलेगा। जैसे ही सरकार ने तबादलों की घोषणा की, वैसे ही राज्य सरकार के कार्मिकों ने तिकड़म भिड़ाने की जुगत शुरू की है। हालांकि अधिकांश विभागों में तबादलों को लेकर इतना ज्यादा माथाफोड़ी नहीं होगी, लेकिन शिक्षा विभाग में तबादलों पर लगी रोक हटने का इंतजार हो रहा था। गौरतलब है कि जिले में प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा के अधीनस्थ करीब २३ हजार शिक्षक कार्यरत है। इसमें से प्रथम श्रेणी ( व्याख्याताओं), प्रधानाचार्य आदि के तबादले तो हुए हैं, लेकिन वरिष्ठ अध्यापक ( द्वितीय श्रेणी शिक्षक ) व तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले लम्बे समय से लम्बित है। अब तबादलों की घोषणा हुई है तो शिक्षक सक्रिय हो रहे हैं।
विधायकों की सिफारिश की जुगत में- तबादलों के दौर में विधायकों की डिजायर महत्वपूर्ण होती है इसलिए कार्मिक उनकी डिजायर की जुगत में जुट गए हैं। कई कार्मिक सीधे सम्पर्क है तो कई अपने कर्मचारी नेताआें के मार्फत जुड़े हुए हैं। वहीं, कई जने अपने रिश्तेदार, मिलने वाले जो विधायक के खास है उनके मार्फत मनचाही जगह पर पोस्ट को लेकर डिजायर की तैयारी कर रहे हैं। हालांकि ऑनलाइन आवेदन करना है, लेकिन तबादला सूची तो विधायक की अनुशंषा पर ही बनेगी एेसा तय माना जा रहा है।
पहले थी मजबूरी, घट सकती है दूरी- तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा के दौरान दो-तीन साल पहले जो शिक्षक लगे उनको मजबूरी में एेसे विद्यालय लेने पड़े जो घर से दूर थे लेकिन ऑनलाइन आवेदन में वे ही मिल रहे थे। अब जबकि तबादले हो रहे हैं तो दो साल में घर के नजदीक कई स्कू ल में पद खाली है इसलिए वे दूरी घटाने के लिए डिजायर करवा नजदीक आना चाहते हैं।
Source: Barmer News