बाड़मेर.
बाड़मेर शहर के जिला अस्पताल की मातृ एवं शिशु इकाई के पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड में पिता के साथ सो रहे तीन दिन का बच्चा गुरुवार तीसरे प्रहर के करीब चोरी हो गया। अस्पताल प्रबंधन और पुलिस की लाचारगी को बंद पड़े सीसीटीवी कैमरों ने इतना बढ़ा दिया है कि दिनभर बाद भी पुलिस बच्चे की तलाश नहीं कर पाई है। शक दो ग्रामीण वेष की महिलाओं पर है। अस्पताल प्रशासन की लापरवाही, सीसीटीवी कैमरों के बंद होने और सुरक्षा के प्रबंधों की चूक को लेकर परिजनों ने आक्रोश जताया। प्रशासन ने एक नर्सिंगकर्मी को निलंबित किया और सीसीटीवी संचालनकर्ता संविदाकर्मी को हटा दिया है। इधर नर्सिंगकर्मियों ने प्रमुख चिकित्सा अधिकारी के घर के आगे शाम को प्रदर्शन कर ऐतराज जताया कि केवल नर्सिंगकर्मी जिम्मेदार नहीं है, यह एकतरफा कार्फवाही है। बच्चा नहीं मिलने से मां का रो-रोकर बुरा हाल है, वह दिनभर इल्तिजा करती रही कि उसे उसका बच्चा ला दो…।
रड़वा निवासी जसराजसिंह पुत्र नारायणसिंह की पत्नी कमलाकंवर को 5 जुलाई को राजकीय अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां 6 जुलाई को प्रसव के दौरान लड़के को जन्म दिया। गुरुवार को प्रसूता को पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड में भर्ती कर दिया। गुरुवार रात बच्चा पिता के साथ बेड पर सो रहा था। नींद आने पर आशंका जताई जा रही है कि दो महिलाएं पहले से वार्ड मौजूद थी, वह उठाकर ले गई। पुलिस ने रिपोर्ट के आधार पर बच्चा चोरी होने का प्रकरण अज्ञात दो महिलाओं के खिलाफ दर्ज कर जांच शुरू की।
सीसीटीवी कैमरे थे बंद
ड्यूटी पर तैनात नर्सिंगकर्मी को निलंबित किया गया। साथ ही सीसीटीवी कैमरे बंद थे, इस पर संचालकर्ता विरेन्द्र यादव को हटाया है, जो संविदा पर था। अन्य पहलुओं की प्रशासनिक जांच उपखण्ड अधिकारी रोहितसिंह की सौंपी गई है।
सुरक्षा पर सवाल, कैमरे मिले बंद
मातृ शिशु इकाई से अस्पताल के मुख्य दरवाजे तक पांच सीसीटीवी कैमरे लगे हुए है, लेकिन सभी खराब है। मुख्य गेट के पास अभय कमाण्ड योजना के तहत भी कैमरा लगा है, लेकिन उसे भी शुरू नहीं किया गया है। ऐसे में तीसरी आंख वारदात को कैद नहीं कर पाई। इसके अलावा जिला अस्पताल की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो रहे है। वाडज़् के बाहर गार्ड भी नहीं था।
विधायक-एसपी पहुंचे अस्तपाल
बच्चा चोरी होने की सूचना मिलने पर बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन, पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा, उपखण्ड अधिकारी रोहितसिंह, डिप्टी आनंदसिंह राजपुरोहित सहित पुलिस अधिकारी पहुंचे। उन्होंने पूछताछ कर मामले की जांच शुरू की।
पीएमओ को बर्खाश्त करने की मांग
मातृ शिशु इकाई से बच्चा चोरी की सूचना मिलने पर परिजन व समाज के लोग बड़ी संख्या में जिला अस्पताल पहुंचे। यहां वार्ड के बाहर चिकित्सा प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए आक्रोश व्यक्त किया। उसके बाद जिला कलेक्ट्रेट के आगे प्रदर्शन कर पीएमओ सहित ड्यूटी पर तैनात कर्मियों को बर्खाश्त करने की मांग की गई।
Source: Barmer News