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जोधपुर. डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन् राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय में स्नातकोत्तर सर्जरी के विद्यार्थियों की उत्तर-पुस्तिकाएं फिर से जांची जाएगी। प्रत्येक प्रश्न पत्र की उत्तर-पुस्तिका को अलग-अलग शिक्षकों के पास भेजा जाएगा ताकि स्वतंत्र रूप से अंकों का निर्धारण हो सके।
हाल ही में घोषित परीक्षा परिणाम में सर्जरी के 6 में से 5 विद्यार्थियों को फेल कर दिया था। विद्यार्थियों ने विभाग के शिक्षक पर ही जानबूझकर फेल करने और परीक्षा के दौरान निजी सामग्री मांगने का आरोप भी लगाया था। राजस्थान पत्रिका ने इस मामले में 8 जुलाई के अपने अंक में ‘विवि टॉपर सहित सर्जरी के 6 में से 5 विद्यार्थियों को किया फेल’ शीर्षक से खबर प्रकाशित कर विद्यार्थियों की आवाज मुखर की। इस मामले में विवि की ओर से चार शिक्षकों की गठित कमेटी ने दो दिन पहले अपनी जांच रिपोर्ट विवि प्रशासन को सौंपी, जिसमें विद्यार्थियों की बात को कुछ हद तक सही ठहराया गया है। इसको लेकर विद्यार्थियों ने प्रदर्शन भी किया था।

मानकों के अनुसार नहीं दिए अंक
सूत्रों के मुताबिक जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में माना कि प्रायोगिक कार्य में लॉन्ग केस, शॉर्ट केस, स्पोटिंग, वायवा सहित विभिन्न टेस्ट में अंक देते समय मानकों की पूर्णतया पालना नहीं की गई है। कमेटी ने फिर से उत्तर पुस्तिकाएं जांचने की अनुशंषा की है। शिक्षक पर कार्यवाही को लेकर कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में कोई टिप्पणी नहीं की।
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‘परीक्षार्थियों की सभी उत्तर पुस्तिकाएं अन्य परीक्षकों से फिर से जांच करवाई जाएगी। प्रत्येक प्रश्न पत्र की उत्तर पुस्तिका को अलग-अलग शिक्षकों के पास भेजा जाएगा ताकि बच्चों को संतुष्ट किया जा सके।’
प्रो अभिमन्यु कुमार सिंह, कुलपति, डॉ एसआरएस आयुर्वेद विश्वविद्यालय जोधपुर

Source: Jodhpur

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