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बाड़मेर. बाड़मेर पुलिस शहर दो अलग-अलग लूट के मामलों में काफी समय बीतने के बावजूद भी तह तक पहुंचने में नाकाम रही है। इतना ही नहीं लूट की वारदात के बाद कई थानेदार बदल गए, फिर भी मामलों के राजफाश का अब तक पीडि़तों को इंतजार है। बाड़मेर-जोधपुर हाईवे पर बीएनसी सर्कल के पास गत 27 सितम्बर की रात व्यवसायी को रोककर नकाबपोश लुटेरों ने मारपीट के बाद आंखों में मिर्ची डालकर 4 लाख 56 हजार रुपए से भरा बैग लूटा। मामले में डेढ़ माह से अधिक समय बीतने के बाद भी कोई सुराग पुलिस के हाथ नहीं लगा हैं।
डेढ़ माह बीते, अब पुलिस भी बेखबर
मामले के अनुसार स्टील व्यापारी मफतलाल पुत्र भंवरलाल अग्रवाल को गत तीन युवकोंने बाइक रुकवाकर धक्का दिया तथा मारपीट के बाद आंखों में मिर्ची डालकर 4 लाख 56 हजार रुपए से भरा बैग लेकर भाग गए थे। वारदात के बाद पुलिस ने अलग-अलग टीमों का गठन कर तलाश शुरू की। लेकिन टीमों के हाथ कुछ नहीं लग पाया। अब तो मामले ठंडे बस्ते में चला गया है।
6 लाख की लूट, एक साल बाद भी पुलिस खाली हाथ
गत साल 8 मई को कोतवाली थाने से महज 50 मीटर दूरी पर बैक ऑफ बड़ौदा की गांधी चौक शाखा में दिनदहाड़े मुनीम के बैग से 6.38 लाख रुपए बदमाश पार कर ले गए। वारदात पूरी सीसीटीवी में कैद हो गई। करीब एक साल से ज्यादा समय बीतने के बावजूद पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा।
तकनीक नहंी आई काम, खुफिया तंत्र विफल
लूट के मामले में पुलिस का खुफिया तंत्र पूरी तरह विफल नजर आ रहा है। हालांकि पुलिस साइबर सेल की मदद से मामले की जांच को आगे बढ़ाती है। लेकिन खुफिया तंत्र का सहयोग नहीं मिलने पर पुलिस बड़े मामलों में राजफाश नहीं कर पाई है। एेसे में अज्ञात लूट के मामले फाइलों में दफन हो रहे हैं।

प्रयास कर रहे हैं
लूट के मामलों में पुलिस गंभीरतापूर्वक अनुसंधान करती है। गत दिनों हुई मामले में पुलिस की स्पेशल टीम प्रयास कर रही है। जल्द खुलासा होने की उम्मीद करते हैं। खुफिया तंत्र को सक्रिय किया गया है। – विजयसिंह, पुलिस उप अधीक्षक, बाड़मेर वृत्त

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Source: Barmer News

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