जोधपुर. किसी भी वारदात के बाद अपराधियों को भागने से रोकने और तुरंत पकडऩे के लिए जिले के बाहरी क्षेत्रों में पुलिस नाके महत्वपूर्ण माने जाते हैं। पुलिस कमिश्नरेट जोधपुर में नाकों के दो पॉइंट और बढ़ा दिए गए हैं। वहीं, दो और नाके लगने प्रस्तावित हैं। इसके साथ ही कमिश्नरेट में अब दस नाके हो जाएंगे।
बाहरी नाकों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। जो हर आने-जाने वाले वाहन पर नजर रखे हुए हैं। ताकि किसी भी घटना होने पर जांच में मदद मिल सके। वहीं, हर नाके पर एक चार पहिया वाहन भी उपलब्ध कराया गया है। जो आपातकालीन स्थिति में काम लिया जा सकता है। वहीं, नाकाबंदी के लिए बैरिकेड्स भी लगाए गए हैं।
अब तक छह नाकों से चल रहा था काम
– मण्डोर नौ मील के पास
– बनाड़ रोड पर सारण नगर ओवरब्रिज के पास
– पाल रोड पर डीपीएस चौराहे के पास
– चौपासनी रोड पर बाइपास के पास
– झालामण्ड चौराहे के पास
– रातानाडा थानान्तर्गत शिकारगढ़ में
दो और नाकों पर संदिग्धों की जांच शुरू
चौपासनी बाइपास पर डाली बाई मंदिर चौराहे के पास और लूनी थानान्तर्गत खेजड़ली चौराहे पर पुलिस नाके लगाए गए हैं। इसके साथ ही अब आठ नाका हो गए हैं। इन सभी नाकों पर चौबीस घंटे पुलिसकर्मी तैनात हैं। इन्हें हर संदिग्ध वाहन व व्यक्तियों की जांच का जिम्मा सौंपा गया है।
‘कमिश्नरेट में पहले छह नाका थे। अब दो और बढ़ा दिए गए हैं। दो और नाकों के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। इनसे वारदातों की रोकथाम में मदद मिल सकेगी।’
राजेश कुमार मीना, पुलिस उपायुक्त (मुख्यालय व यातायात) जोधपुर।
Source: Jodhpur